
खजौली (मधुबनी) में 2.86 करोड़ की लागत से बना पंचायत भवन ‘दरारों’ से भर गया! करोड़ों का पंचायत भवन बना ‘खंडहर’! आठ-दस जगहों पर दरार, कहीं ये भ्रष्टाचार तो नहीं– उद्घाटन से पहले ही सवाल खड़े? पंचायत भवन का हाल देख भौंचक ग्रामीण।@मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो।
उद्घाटन के बाद मिली ‘दरारों’ की सौगात, भ्रष्टाचार या लापरवाही? खामोशी की परतें…अफसर चुप
गुणवत्ता पर उठे सवाल! मुखिया बोले: लूट-खसोट में हुआ निर्माण, ज्यादा दिन नहीं चलेगा-नवनिर्मित पंचायत भवन में आठ-दस जगह दरारें, अफसर चुप। करोड़ों का पंचायत भवन बनते ही टूटा! उद्घाटन के बाद मिली ‘दरारों’ की सौगात। भ्रष्टाचार या लापरवाही? करोड़ों की लागत का पंचायत भवन उद्घाटन के दिन ही दरारों से दागदार@मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो।
Highlights) ₹2.86 करोड़ का पंचायत सरकार भवन, फेबर ईंट कच्चा होने से कहीं ‘दरकें’ ना
₹2.86 करोड़ की लागत से बना पंचायत सरकार भवन । नवनिर्मित भवन में 8-10 जगहों पर बड़ी दरारें । मुखिया बोले – “निर्माण में लूट-खसोट हुई” । एसडीओ का बयान – “फेबर ईंट कच्चा होने से दरारें आ सकती हैं”। अब पंचायत स्तरीय योजनाओं का संचालन इसी भवन से होगा
करोड़ों की लागत से बनी पंचायत सरकार भवन में दरारें, गुणवत्ता पर उठे सवाल
खजौली (मधुबनी), देशज टाइम्स मधुबनी ब्यूरो। प्रखंड क्षेत्र के कन्हौली लिची बगान में 2 करोड़ 86 लाख 30 हजार रुपये की लागत से बने पंचायत सरकार भवन का बुधवार को विभागीय अधिकारियों द्वारा हस्तांतरण किया गया। लेकिन नवनिर्मित भवन में आठ से दस जगहों पर बड़ी-बड़ी दरारें देखने को मिलीं, जिसने निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दरारों से दागदार नवनिर्मित भवन
भवन का निर्माण स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन योजना एवं विकास विभाग, मधुबनी-1 के अधीन हुआ है। हस्तांतरण कार्यपालक अभियंता, एसडीओ और जेई ने पंचायत के मुखिया अर्जुन सिंह एवं बीपीआरओ हेमनारायण महतो को किया। भवन में 8 से 10 स्थानों पर गहरी दरारें दिखाई दीं, जिससे ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों में आक्रोश है।
मुखिया अर्जुन सिंह ने खोल दी पोल-पट्टी
पंचायत के मुखिया अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया कि निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं हुआ है। भवन में जगह-जगह दरारें इसकी पुष्टि कर रही हैं।
“यह भवन अधिक दिन नहीं टिक पाएगा। निर्माण में लूट-खसोट हुई है।”
अर्जुन सिंह, मुखिया
एसडीओ सुरेश कुमार ने क्या कहा?
मामले पर पूछे जाने पर विभाग के एसडीओ सुरेश कुमार पहले तो चुप्पी साध गए। बाद में उन्होंने कहा:
“फेबर ईट कच्चा रहने के कारण कभी-कभी दरार की समस्या उत्पन्न हो जाती है।”
हद यह, सभी क्रियान्वयन इसी भवन से
दरारों को लेकर विवाद के बीच यह भी स्पष्ट हुआ कि अब सभी पंचायत स्तरीय योजनाओं का क्रियान्वयन इसी भवन से होगा। पंचायत कर्मियों की उपस्थिति इसी भवन में सुनिश्चित होगी। ग्रामीणों को आरटीपीएस (RTPS) सहित अन्य सेवाओं के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
पाग-दोपट्टा एवं फूलमाला और ये ‘दरार’
हस्तांतरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे बीडीओ लवली कुमारी, बीपीआरओ हेमनारायण महतो और एसडीओ सुरेश कुमार को पाग-दोपट्टा एवं फूलमाला से सम्मानित किया गया। मौके पर पंचायत सचिव शशि शंकर कुमार, जेई चंद्रनारायण, लेखापाल मिथुन कुमार साफी सहित कई पदाधिकारी व ग्रामीण मौजूद रहे।