मधुबनी | मधुबनी विद्युत विभाग के अवर प्रमंडल कार्यालय में उपभोक्ताओं की शिकायतों की अनदेखी और कथित दुर्व्यवहार को लेकर नाराजगी बढ़ती जा रही है। उपभोक्ताओं का आरोप है कि गलत बिलिंग, मीटर रीडिंग में गड़बड़ी और शिकायतों का समाधान न होने जैसी समस्याएं आम हो गई हैं।
बुजुर्ग उपभोक्ता ने की शिकायत
एक बुजुर्ग उपभोक्ता ने विद्युत विभाग परिसर में आरोप लगाया कि उनके आश्रम में न्यूनतम बिजली खपत होने के बावजूद भारी भरकम बिजली बिल भेज दिया गया।
उन्होंने देशज टाइम्स को बताया कि बिल सुधार के लिए सहायक अभियंता और कनीय अभियंता के पास एक सप्ताह से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा।
उपभोक्ताओं से गलत व्यवहार के आरोप
स्थानीय उपभोक्ताओं का आरोप है कि शिकायत करने पर बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ठीक से जवाब नहीं देते, बल्कि डराने-धमकाने का काम करते हैं।
- गलत मीटर रीडिंग के आधार पर मनमाने बिल भेजे जा रहे हैं।
- बिल ठीक कराने की गुहार लगाने पर उपभोक्ताओं को परेशान किया जाता है।
- बकाया बिल चुकाने के बावजूद बिजली कनेक्शन जोड़ने के लिए रिश्वत मांगी जाती है।
24% से भी कम शिकायतों का हुआ निपटारा
विभागीय आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल जनवरी से दिसंबर तक उपभोक्ताओं ने करीब 5,600 शिकायतें दर्ज कराईं, लेकिन इनमें से महज 20% का ही समाधान किया गया।
इस साल जनवरी से अब तक 353 शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं, लेकिन समाधान की स्थिति जस की तस बनी हुई है।
डीएम के निर्देशों को भी किया गया अनदेखा
पिछले महीने डीएम अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता सहित अन्य अधिकारियों को उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित समाधान करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन इसके बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
उपभोक्ताओं में आक्रोश, सरकार से शिकायत की तैयारी
विद्युत विभाग के रवैये से परेशान उपभोक्ताओं ने अब ऊर्जा विभाग और राज्य सरकार से शिकायत करने की तैयारी कर ली है।
👉 क्या प्रशासन इस मामले में कोई ठोस कदम उठाएगा, या उपभोक्ता इसी तरह परेशान होते रहेंगे?