बेनीपट्टी। जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के निर्देश पर सिविल सर्जन द्वारा गठित स्वास्थ्य विभाग की 10-12 सदस्यीय टीम ने बेनीपट्टी के लगभग एक दर्जन से अधिक नर्सिंगहोमों की जांच की। स्वास्थ्य विभाग की टीम का नेतृत्व पंडौल के पीएचसी प्रभारी डा. शकील और कलुआही के पीएचसी प्रभारी सुधाकर मिश्रा कर रहे थे।
Madhubani News: टीम के बेनीपट्टी पहुंचते ही कई नर्सिंगहोमों के संचालक संस्था को बंद कर फरार
टीम ने रवि डेंटल क्लीनिक, डा. एसके सिंह क्लीनिक, ठाकुर डेंटल क्लीनिक, मां गायित्री प्रा. स्वा. केंद्र, डा. जेसी झा, डा. शीला झा, डा. पीआर सुल्तानियां का आस्था हाॅस्पीटल, आॅरडेंट डेंटल क्लीनिक, नूतन क्लीनिक, मां हाॅस्पीटल, रामजानकी हाॅस्पीटल, एमआर इमरजेंसी हाॅस्पीटल सहित करीब एक दर्जन से अधिक नर्सिंगहोमों में पहुंच रजिस्ट्रेशन, चिकित्सकों की उपस्थिति व दिन वाइज डयूटी सारणी, मरीजों की उपस्थिति व स्थिति, कर्मियों की संख्या व उपस्थिति तथा एजुकेशन प्रमाणपत्र, पैथोलैब, आॅपरेशन रूम, कमरों की संख्या व स्थिति, साफ सफाई, शौचालय की स्थिति, फायर सामग्री, बेड, कार्यालय सहित अन्य कई विन्दुओं पर जांच की।
इधर, जांच टीम की आने की भनक लगते ही कई नर्सिंगहोमों के संचालक कंेंद्र को बंद कर फरार हो गए। हालांकि जांच टीम रिपोर्ट सीएस को सौंपने की बात कह कुछ भी बताने से परहेज कर विदा हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में बेनीपट्टी के सभी नर्सिंगहोमों की जांच कराने और फर्जी नर्सिंगहोमों पर कार्रवाई की मांग को लेकर आवेदन दिया गया था।
Madhubani News: जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के निर्देश पर सिविल सर्जन द्वारा गठित टीम ने की जांच
जहां सुनवाई के बाद जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के निर्देश पर सीएस द्वारा टीम का गठन कर जांच कराई गयी है। हालांकि बेनीपट्टी में नर्सिंगहोम की जांच की बात अब आम बात हो गई है। जांच पर जांच के बाद भी फर्जी नर्सिंगहोम काफी फल फूल रहे हैं।
जांच में अगर कोई नर्सिंगहोम अवैद्य भी साबित होता है तो उसे कुछ दंड लगाकर फिर फलने फूलने का आशीर्वाद देकर माफ कर दिया जाता है। जिसके कारण ऐसे ऐसे लोेगों का मनौबल और बढ़ता ही जा रहा है।