जयनगर | अयोध्या धाम से गोरखपुर के रास्ते नेपाल के जनकपुर धाम तक सीधी ट्रेन चलाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। अब जल्द ही ट्रेन अयोध्या से चलकर गोरखपुर-पनियहवा होते हुए जनकपुर से आयेगी जायेगी ।
Madhubani News: ट्रेन परिचालन से दोनों देश के श्रद्धालु उठाएंगे लाभ, मजबूत होंगे बेटी रोटी के सम्बंध
इस ट्रेन से भारत और नेपाल के बीच रिश्ते और बेहतर होंगे, साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उक्त बातें नेपाली रेलवे के जनरल मैनेजर निरंजन झा ने देते हुए बताया कि रामायण सर्किट के तहत भगवान राम के जन्म स्थल से उनके ससुराल को डायरेक्ट ट्रेन सेवा से जोड़ने का प्रस्ताव भेज दिया गया है।
आने वाले 2 महीने में जनकपुर से ट्रेन विस्तारीकरण ,पर्यटन को बढ़ाने एवं रामायण सर्किट को लेकर जनकपुर से जयनगर वाया अयोध्या तक सप्ताह में एक या दो दिन ट्रेन चलाने को लेकर प्रस्ताव भेजा गया था।
भारत नेपाल के रोटी बेटी के संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर दोनों देशों के पदाधिकारी सुरक्षा सहित ट्रेन का नाम बोगी की संख्या, उसमें स्लीपर ,एसी ,जनरल का निर्धारण सहित अन्य बातों को लेकर वार्ता अंतिम चरण में है।
वहीं नेपाल रेलवे के तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक जनकपुरधाम से अयोध्याधाम तक के लिए सीधी रेल सेवा के लिए समय तालिका सार्वजनिक कर दी गई है।जनकपुरधाम से प्रत्येक शनिवार को अपराह्न 1:30 बजे अयोध्याधाम के लिए रवाना होने वाली ट्रेन रविवार को सुबह 4 बजे पहुंचेगी और उसी दिन शाम को 5 बजे वापसी होगी जो अगले दिन यानि सोमवार को सुबह 5 बजे जनकपुरधाम पहुंचेगी।
ट्रेन के भाड़ा के संबंध में बताया गया कि वर्तमान में जो प्रस्ताव भेजा गया है उसके तहत जयनगर से अयोध्या तक जो ट्रेन के जेनरल,स्लीपर एवं वातानुकूलित बोगियों का चार्ज है वही चार्ज जनकपुर तक रखा जाए जिससे रामायण सर्किट का विस्तार एवं पूरी पहचान विश्व भर में हो।
नेपाली ट्रेन परिचालन को लेकर आने वाले समय में मालगाड़ी एवं दिल्ली तक ट्रेन परिचालन को लेकर प्रस्ताव नेपाल सरकार के द्वारा लाया गया है।मगर वर्तमान में भारत एवं नेपाल के संबंध को मजबूती देने धार्मिक, सांस्कृतिक एवं कला से जोड़ने सहित रिश्तों को नया अयाम देने की कोशिश की जा रही है।
अयोध्या में राम लला के भव्य राम मंदिर निर्माण के बाद से देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु श्री राम के दर्शन के लिए आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर श्रद्धालुओं के द्वारा भगवान राम के ससुराल जनकपुर धाम सहित उसके आसपास एरिया धुनुषा सहित अन्य जगहों पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है।
ट्रेन परिचालन से दोनों देश के श्रद्धालु भगवान राम एवं माता सीता के दर्शन का लाभ उठाकर सनातन धर्म की कला एवं संस्कृति को पूरे विश्व में उठाने का काम करेंगे।