Road Safety Madhubani: सड़कों पर सरपट दौड़ते वाहन, कभी खुशियों की सौगात लाते हैं तो कभी काल बनकर झपट्टा मार लेते हैं। मधुबनी में इसी जानलेवा रफ्तार और लापरवाही पर लगाम कसने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है।
Road Safety Madhubani: सुरक्षित सफर के लिए अहम बैठक
मधुबनी, 13 दिसंबर 2025: जिलाधिकारी आनंद शर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में जिला सड़क सुरक्षा समिति एवं विद्यालय परिवहन समिति की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं, जैसे हिट एंड रन मामले, सड़क संबंधी कमियों को दूर करना, सुरक्षित वाहन चालन, दुर्घटना घायलों की मदद, दुर्घटना दावा, चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर की गई कार्रवाई, शहर में जाम की समस्या और यातायात नियम के प्रति जागरूकता जैसे मुद्दों पर गहन समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने सड़क सुरक्षा के मानकों के अनुरूप सभी बिंदुओं पर आवश्यक निर्देश और सुझाव दिए, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों और विभागीय आदेशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी और निजी विद्यालय संगठन के समन्वयक को सख्त निर्देश दिए गए कि विद्यालयों में संचालित होने वाले वाहनों का परिचालन निर्धारित सुरक्षा मानकों के अनुसार ही किया जाए। किसी भी कीमत पर सुरक्षा मानकों के विपरीत वाहनों का संचालन नहीं होना चाहिए। इसके अतिरिक्त, सुरक्षित वाहन परिचालन के लिए मोटर वाहन अधिनियम/नियमावली का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने और उल्लंघन करने वाले वाहनों के परिचालन को तुरंत रोकने के भी निर्देश दिए गए। अधिनियम/नियमावली का उल्लंघन करने वाले वाहनों की सघन जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। मोटर वाहन अधिनियम के तहत जांच और कार्रवाई को सख्ती से लागू करने का निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने नियमित रिपोर्ट भेजने को कहा।
जागरूकता अभियान और अतिक्रमण पर प्रहार
जिलाधिकारी ने कहा कि आम लोगों को जागरूक कर सड़क दुर्घटना की आशंका को काफी हद तक कम किया जा सकता है। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं में घायलों और मृतकों के आंकड़े उपलब्ध कराने तथा संबंधित थानों को दुर्घटना पीड़ितों के लिए एंबुलेंस की उपलब्धता पर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। उन्होंने यातायात नियम के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नियमित रूप से अभियान चलाने की आवश्यकता पर बल दिया। जिला शिक्षा पदाधिकारी को विद्यालयों में बच्चों के बीच वाद-विवाद प्रतियोगिता, स्लोगन लेखन, पेंटिंग कंपटीशन और विचार गोष्ठी के माध्यम से सड़क सुरक्षा के प्रति बच्चों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने हिट एंड रन के शत-प्रतिशत मामलों को गंभीरता से लेते हुए मुआवजा के लिए त्वरित कार्रवाई करने को कहा। जिला परिवहन पदाधिकारी को सभी घटित मामलों के आलोक में आवेदन प्राप्त कर मुआवजा के लिए आगे की कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने सड़क अतिक्रमण, सड़क मरम्मत और जाम की समस्या की भी समीक्षा की। उन्होंने नगर निकायों को निर्देश दिया कि सड़क अतिक्रमण के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जाए। साथ ही, अवैध पार्किंग, बिना निबंधित वाहन परिचालन, ओवरलोडिंग, निर्धारित रूट से इतर वाहन चलाने वाले वाहनों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर जुर्माना और जब्ती की कार्रवाई शुरू की जाए, जिसकी रिपोर्ट भी उपलब्ध करवानी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सड़क निर्माण और पुल निर्माण के अभियंताओं को निर्देश दिया कि सड़क को मोटरेबल रखने के लिए नियमित रूप से साइट का दौरा करें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
जिले में दुर्घटना बहुल ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित स्थलों की समीक्षा के दौरान, उन्होंने सभी चिन्हित स्थलों पर रोड एजेंसी के कार्यपालक अभियंता को स्वयं जाकर निरीक्षण करने तथा वहां दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए, जिसकी रिपोर्ट जिला मुख्यालय में भी देनी होगी। उन्होंने यातायात व्यवस्था में आवश्यक सुधार और यातायात पुलिस कर्मियों की पर्याप्त व्यवस्था आदि को लेकर भी संबंधित अधिकारियों को कई निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अवैध पार्किंग, ओवरस्पीड करने वाले वाहनों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए उनके चालान काटे जाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जा सके और किसी के भी द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन न किया जा सके। उन्होंने अवैध पार्किंग एवं सड़क अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही करने का निर्देश देते हुए कहा कि कोतवाली चौक से थाना चौक तक विशेष निगरानी करें।
बैठक में कोतवाली चौक एवं सदर अस्पताल के आस-पास दो पहिया वाहन की पार्किंग को लेकर भी व्यापक विचार-विमर्श किया गया। जिलाधिकारी ने पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं को सभी आवश्यक एवं महत्वपूर्ण स्थलों पर अनिवार्य रूप से साइनेज लगाने का निर्देश दिया। बैठक में स्कूली वाहनों की जांच, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, पुलिस एवं यातायात विभाग, पथ निर्माण विभाग, नगर निगम, एनएचएआई इत्यादि की भूमिका पर विचार-विमर्श किया गया एवं संबंधित विभागों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए। इससे पूर्व जिला परिवहन पदाधिकारी ने सड़क सुरक्षा को लेकर चलाए जा रहे कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिले में जिस किसी स्थान पर एक से अधिक बार सड़क दुर्घटना घटित हो गई है, उस स्थान पर अचूक रूप से रैंबल स्पीड ब्रेकर का निर्माण करवाया जाए, साथ ही उन सभी स्थलों की नियमित निगरानी कर दुर्घटना में कमी लाने हेतु लगातार प्रयास करें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
उन्होंने कहा कि जिला परिवहन कार्यालय द्वारा नियमित रूप से हेलमेट की जांच अभियान चलाकर की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पुलिस थानों द्वारा औचक रूप से मॉक ड्रिल के रूप में क्षेत्र के अधीन पड़ने वाले स्वास्थ्य केंद्रों पर कॉल कर यह जांच करनी चाहिए कि एंबुलेंस मंगाए जाने पर समय से पहुंच पा रही है या नहीं, इससे उनकी तत्परता का आकलन भी किया जा सकेगा। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
उक्त बैठक में जिला परिवहन पदाधिकारी रामबाबू, नगर आयुक्त उमेश भारती, सिविल सर्जन मधुबनी डॉ. हरेंद्र कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित तकनीकी विभागों के अभियंता, विद्यालय परिवहन समिति के सदस्य सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।


