मुख्य बातें
दिल्ली में पली-बढ़ी, दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए,
इग्नू से एमए के साथ संगीत की अंतिम वर्ष की छात्रा हैं रूपम
हरलाखी की बेटी ने अपनी गायकी से सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर मचाया धूम
दिल्ली में पालन पोषण के बावजूद रूपम की मैथिली भाषा में है विशेष रूचि
फोटो देशज टाइम्स कैप्शन: अपनी गायकी का अभ्यास करती रूपम
मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो के लिए हरलाखी संवाददाता की रिपोर्ट। मिथिला की रूपम हृदय एक ऐसा नाम जो बीते कुछ वर्षों से सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर अपनी मधुर गायकी से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करने में सफल रहीं हैं।
मैथिली भाषा में विशेष रूचि
रखने वाली रूपम हिन्दी और भोजपुरी के मर्यादित गीतों के साथ – साथ संस्कृत के स्त्रोत और मंत्रों को जब संगीतमय बनाकर गाती है तो लोग भक्ति भाव में डूब जाते है। रूपम हृदय का जन्म बिहार के मधुबनी जिला अंतर्गत हरलाखी प्रखंड स्थित हरसुवार गांव में हुआ। रूपम बचपन से ही अपने पिता हृदय नारायण मिश्र और माता मीरा मिश्र के साथ दिल्ली में पली बढ़ी।
रूपम बचपन से ही
अपनी बड़ी बहन रानी हृदय और छोटा भाई रवि हृदय तीनों साथ मिलकर गाया करती थी। वर्तमान में रूपम अपने भाई रवि के साथ सोशल मीडिया पर लाईव आती हैं। देश विदेश के लाखों प्रशंसक इनसे जुड़कर इनके गायिकी की सराहना करने लगे हैं।
रूपम की वैसे तो कई गीत
और स्त्रोत्र को लोगों ने काफी पसंद किया है। लेकिन रूद्राष्टक (नमामीशमिशान) कई मिलियन लोगों ने सुना और अभी भी लाखों की संख्या में लोग प्रातः सुनते हैं।रूपम पेशे से दिल्ली नगर निगम के प्राईमरी स्कूल की शिक्षिका भी हैं।
रूपम हृदय ने
पॉलिटिकल साईंस में दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए और इग्नू से एमए करने के साथ संगीत में अंतिम वर्ष की छात्रा हैं। इनका रूपम ह्रदय के नाम से सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर आईडी है। रूपम की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए उनके माता पिता व भाई बहन सहित ग्रामीण प्रजापति झा, प्रकाश ठाकुर, घनश्याम झा, मुन्ना मिश्र सहित दर्जनों लोगों ने अपनी बेटी को कुल, गांव और देश का नाम रौशन करने के लिए शुभकामनाएं दी हैं।