मधुबनी, देशज टाइम्स | महाराष्ट्र के न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक घोटाले में 122 करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मधुबनी जिले में बड़ी (NIA raids in Madhubani, suspicious financial transactions) कार्रवाई की है। महाराष्ट्र के न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक घोटाले में 122 करोड़ रुपये की हेराफेरी की जांच के तहत राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मधुबनी जिले में बड़ी कार्रवाई की है।
मधुबनी में एनआईए की बड़ी कार्रवाई, 122 करोड़ के बैंक घोटाले से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक शोरूम पर छापा
जांच एजेंसी ने नगर थाना क्षेत्र के वाटसन स्कूल के पास स्थित एक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक शोरूम “….” पर छापा मारा। यह शोरूम महाराष्ट्र के बड़े हाइप्रोफाल नेता के भाई से जुड़ा बताया जा रहा है।
एनआईए ने शोरूम से जब्त किए दस्तावेज
एनआईए की टीम जब शोरूम पर पहुंची, तो वहां मौजूद मैनेजर से गहन पूछताछ की गई। टीम ने मैनेजर को हिरासत में लेकर महत्वपूर्ण दस्तावेज और जानकारियां जुटाईं। जांच के दौरान एक लैपटॉप भी जब्त किया गया, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
मधुबनी में हड़कंप, अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, एनआईए की कार्रवाई केवल इस शोरूम तक सीमित नहीं रहने वाली है। इसके अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की योजना बनाई जा रही है। आरोपी मूल रूप से मधुबनी जिले के राजनगर थाना क्षेत्र के गैसनगर के रहने वाले हैं और बिहार के कई जिलों में उनके इलेक्ट्रॉनिक शोरूम हैं।
मकान मालिक और दस्तावेजों की गहन जांच
जांच एजेंसी ने शोरूम के मकान मालिक और अन्य संबंधित लोगों से भी पूछताछ की। एनआईए यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शोरूम का बैंक घोटाले से क्या संबंध है और क्या इस माध्यम से कोई अवैध वित्तीय लेन-देन हुआ है।
एनआईए की कार्रवाई से जिले में मचा हड़कंप
इस अचानक हुई छापेमारी से मधुबनी में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों के बीच इस मामले को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि आखिर इतने बड़े बैंक घोटाले का कनेक्शन मधुबनी के इस इलेक्ट्रॉनिक शोरूम से कैसे जुड़ा।
आने वाले दिनों में हो सकते हैं बड़े खुलासे
एनआईए की टीम अभी भी मधुबनी में मौजूद है और आगे की जांच जारी है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस घोटाले से जुड़े और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। जांच एजेंसी की पूरी कोशिश है कि हर दोषी को कानून के दायरे में लाया जाए।
शोरूम पर छापेमारी, मैनेजर हिरासत में
जांच एजेंसी ने मधुबनी नगर थाना क्षेत्र में वाटसन स्कूल के पास स्थित “…” नामक इलेक्ट्रॉनिक शोरूम पर छापा मारा।
यह शोरूम महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री के भाई से जुड़ा बताया जा रहा है।
एनआईए की टीम ने शोरूम के मैनेजर से पूछताछ कर उसे हिरासत में लिया और कई अहम जानकारियां जुटाईं।
शोरूम से एक लैपटॉप जब्त किया गया है, जिसे आगे की जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
घोटाले से क्या है मधुबनी का कनेक्शन?
सूत्रों के अनुसार, जावेद आजम मधुबनी जिले के राजनगर थाना क्षेत्र के गैसनगर के रहने वाले हैं और बिहार के कई जिलों में उनके इलेक्ट्रॉनिक शोरूम मौजूद हैं।
एनआईए इस बात की जांच कर रही है कि क्या इन शोरूमों का उपयोग अवैध वित्तीय लेन-देन के लिए किया गया है।
मकान मालिक और दस्तावेजों की भी गहन जांच की जा रही है।
आगे की छापेमारी की तैयारी
एनआईए सिर्फ इस शोरूम तक सीमित नहीं रहेगी, जावेद आजम के अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की योजना बनाई जा रही है।
जांच एजेंसी को पूछताछ के दौरान कुछ अहम सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
मधुबनी में इस छापेमारी से हड़कंप मच गया है और स्थानीय लोगों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
क्या होंगे बड़े खुलासे?
एनआईए इस हाई-प्रोफाइल घोटाले को लेकर पूरी तरह गंभीर है और घोटाले में शामिल हर व्यक्ति को कानून के दायरे में लाने की कोशिश कर रही है।
आने वाले दिनों में इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे की जांच में कौन-कौन से नए तथ्य सामने आते हैं। एनआईए की अगली कार्रवाई क्या होती है और इस मामले में और कौन-कौन से नए नाम उजागर होते हैं।