झंझारपुर में अपराधियों का मनोबल तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। लोगों के जेहन में अपराध अनुसंधान को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। विदित हो कि बीते 10 मई की रात झंझारपुर थाना के सूखेत पंचायत के बारिश लाल चौक स्थित घर में सो रहे पत्नी, सास और दो मासूम बच्चों की हत्यारा पवन कुमार ने ईट, पत्थर, जांता के हथड़े और धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया था।
हत्याकांड के चश्मदीद गवाह बने दो मासूम बच्चों ने कम्बल ओढ़कर अपनी जान बचायी थी। अन्यथा वहशी हत्यारा पवन उसे भी मौत के घाट उतार देता। एक साथ चार नरसंहार की घटना के एक महीने बीत चुके हैं अभी तक सनकी दामाद पवन कुमार को पुलिस गिरफ्तार करने में विफल रही है। स्वजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पवन कुमार को उकसाने और बचाने में उसके सगे चाचा वर्तमान मुखिया प्रमोद महतो का बड़ा हाथ है।
Sukhait Murder Case: घटना के बाद से खौफ के साये में है पीड़ित परिवार
घटना के 10 दिनों तक पीड़ित परिवार घर छोड़कर दूसरे जगह चले गए थे। आखिर कितने दिनों तक घर छोड़कर फरार रहते। वहीं एक महीने पर छाया होता है, छाया के मौके पर समाज के जनप्रतिनिधि उसके घर पहुंचकर हरसंभव मदद के साथ साथ एसपी से हत्यारे को एक सप्ताह के भीतर गिरफ्तार करने की मांग की है। कांग्रेस नेता आनंद झा ने कहा कि इस नरसंहार में आवाम के मुखिया का बड़ा हाथ है जिस कारण हत्यारा अब भी फरार है। पुलिस जल्द से जल्द गिरफ्तार करे नहीं तो दस दिनों बाद सड़क जाम कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
Sukhait Murder Case: हत्यारे को पुलिस करे गिरफ्तार नहीं तो भड़क सकता है आक्रोश
सूखेत के मुखिया प्रतिनिधि लाल राय ने कहा कि हत्याकांड का मुख्य आरोपी अब भी पुलिस के गिरफ्त से फरार है जिस कारण लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। 10 दिनों के भीतर पुलिस गिरफ्तार नहीं करती है तो लोगों का आक्रोश भड़क सकता है। भाजपा नेता विजय राउत ने कहा कि बहुत अफसोस की बात है कि हत्याकांड का मुख्य आरोपी घटना के एक महीने के बाद भी फरार है जिस कारण लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अपराधी को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती है तो मजबूरन आंदोलन को बाध्य होना पडे़गा।