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2 नवम्बर, 2024
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कमला नदी के पूर्वी पार में बसे मुक्तेश्वरनाथ, चंदेश्वरनाथ और मदनेश्वरनाथ साक्षात् दर्शन में छुपा है शिव का लंबा इतिहास

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मुख्य बातें
सावन की दूसरी सोमवारी : जलाभिषेक को अहले सुबह से ही जुटने लगी श्रद्धालुओं की भीड़
फोटो :शिवालय परिसर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

फोटो : सावन की दूसरी सोमवारी को मदनेश्वर स्थान मेला परिसर में तैनात मजिस्ट्रेट और पुलिस

अंधराठाढ़ी, मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो। सावन की दूसरी सोमवारी को प्रखण्ड परिक्षेत्र दिन भर बोल बम के नारे और शिव जयकारे से गूंजता रहा। इस प्रखंड में दर्जनों शिवालय हैं। इनमे इतिहास प्रसिद्ध मुक्तेश्वरनाथ, चंदेश्वर नाथ और मदनेश्वर नाथ महादेव मंदिर क्रमशः देवहार, हररी मदनेश्वर स्थान गांवों में हैं। ये तीनों इतिहास इन मंदिरों के साथ कई किवंदन्तियां जुड़ी हैं। ये मंदिर कमला नदी के पूर्वी पार में हैं। कमला नदी के पूर्वी पार में बसे मुक्तेश्वरनाथ, चंदेश्वरनाथ और मदनेश्वरनाथ साक्षात् दर्शन में छुपा है शिव का लंबा इतिहासकमला नदी के पूर्वी किनारे से सटे कंदर्पी घाट और बसवा गांव स्थित रासेन्द्रनाथ महादेव मंदिर में भी अब इन अवसरों पर जलाभिषेक को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है।कमला नदी के भदुआर कंदर्पी , पिपरा और सुगरवे नदी के पलार घाटों से पानी भर कर कांवरिये इन मंदिरों में शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं।

इन मंदिर परिसर में मेला भी लगता है। मदनेश्वर स्थान मेला कमेटी के अध्यक्ष देवलाल यादव सहित मेला प्रबंधकों के साथ-साथ अंधराठाढ़ी थानाध्यक्ष जितेंद कुमार सहनी और रुदपुर थानाध्यक्ष अशोक कुमार के अनुसार सभी परिसरों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ -साथ लोगों की सुविधाओं का ख्याल भी रखा गया है।

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