Bihar Politics | यही है चुनावी Mathematics…जहां लोकसभा चुनाव से पूर्व JDU को बड़ा झटका लगा है। सरकार के मंत्री Maheshwar Hazari के बेटे Sunny Hazari Congress में शामिल हो गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को झटका ठीक यूं लगा जैसे, चिराग पासवान की पार्टी में संभावी चौधरी। यानि, समस्तीपुर लोकसभा की सीट दो परिवारों के बीच टकराव का बड़ा कुरूक्षेत्र बन सकता है जहां खबर यही है कि….
Bihar Politics। महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी लाख मना करने के बाद भी हाथ में
नीतीश मंत्रिमंडल सदस्य महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी ने शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गये। वहीं पटना के विक्रम से पूर्व भाजपा विधायक अनिल कुमार ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है। महेश्वर हजारी महागठबंधन सरकार में बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष थे। फिलहाल नीतीश सरकार में जनसंपर्क विभाग संभाल रहे हैं।
Bihar Politics। शांभवी चौधरी के साथ कहीं हो ना दो-दो हाथ
समस्तीपुर से एनडीए की तरफ से अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी उम्मीदवार हैं। शांभवी चौधरी को चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) की तरफ से टिकट मिला है। शांभवी ने अब चुनाव प्रचार भी करना शुरू कर दिया है। कयास यही है कि सन्नी हजारी भी कांग्रेस की टिकट पर समस्तीपुर से लड़ेंगे यानि दो मंत्रियों का परिवार, दोनों जदयू के दोनों अलग-अलग एक ही अखाड़े में, लड़ाई तो दिलचस्प होना ही है। भला, यही तो बिहार की मौजूदा पॉलिटिक्स की शक्ल और सूरत-ए-हाल है…
Bihar Politics। कांग्रेस को समस्तीपुर से जीत दिलाने का काम करेंगे
कांग्रेस में शामिल होने के बाद सन्नी हजारी ने कहा कि पिता की नाराजगी के बावजूद उन्होंने कांग्रेस जॉइन किया है। कांग्रेस पार्टी अगर भरोसा जताती है तो पार्टी को समस्तीपुर से जीत दिलाने का काम करेंगे। लोकसभा चुनाव के पहले यह समस्तीपुर में कांग्रेस के लिए बड़ी मजबूती के तौर पर देखा जा रहा है। समस्तीपुर संसदीय सीट इस बार कांग्रेस के खाते में हैं। महागठबंधन प्रत्याशी के तौर पर अब कांग्रेस किसे उम्मीदवार बनाएगी यह बड़ा सवाल बना हुआ है। फ़िलहाल कई नामों की चर्चा चल रही है। इस बीच सन्नी का कांग्रेस में शामिल होना एक बड़ा सियासी संकेत है।
Bihar Politics। समस्तीपुर दो खानदानों का बड़ा रणभूमि बनने के करीब, जहां, अगर कांग्रेस चाहेगी तो…
सन्नी ने कांग्रेस ज्वाइन किया। कांग्रेस में शामिल होने के बाद सन्नी हजारी ने कहा कि पिता की नाराजगी के बावजूद उन्होंने जॉइन किया है। यानि तर्ज एक ही है जैसे अशोक चौधरी जदयू नेता हैं। बेटी ने चिराग पासवान की पार्टी का दामन थाम लिया। जदयू नेता हैं महेश्वर हजारी। इनके बेटे सन्नी हजारी ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। समस्तीपुर में कांग्रेस से लोकसभा उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर सन्नी का नाम सबसे आगे चल रहा है। बिहार में महागठबंधन में अब तक 13 सीटों पर उम्मीदवार घोषित नहीं हुए हैं। इनमें राजद और कांग्रेस दोनों के कोटे की सीटें शामिल हैं। तो क्या समस्तीपुर दो खानदानों का बड़ा रणभूमि बनेगा।