झंझारपुर, मधुबनी देशज टाइम्स। सूबे के जल संसाधन एवं सूचना जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने शनिवार को मिथिला हाट में अपने निरीक्षण के दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि शानदार मिथिला हाट का निर्माण और इसकी तेजी से बढ़ती लोकप्रियता किसी सपने के साकार होने (Minister Sanjay Kumar Jha said, “What is not in Mithila Haat…heritage, culture, food and drink, name in the whole country) जैसा है।
इससे रोजगार को नया आयाम मिल रहा है। जिसका लाभ स्थानीय युवाओं को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि जिस काम को शुरू किया वह तय समय पर पूरा हो गया। सीएम ने 22 सितंबर को शिलान्यास किया था और करीब 2 साल चार महीने में यह बनकर तैयार हो गया।
मुख्यमंत्री ने समाधान यात्रा के दौरान 11 जनवरी 2023 को इसका लोकार्पण किया और फिर इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया। लोकार्पण के उपरांत जल संसाधन विभाग ने इसे संचालन के लिए पर्यटन विभाग को सौंप दिया।अब सरकार का पर्यटन विभाग इसके सुचारु संचालन की जिम्मेदारी निभा रही है।
मिथिला हाट आने वाले पर्यटक मधबनी पेंटिंग, सिक्की मौनी कला, हस्त कला, सिक्की घास, और खादी से निर्मित वस्तुएं देखने के साथ ही खरीद भी सकते हैं। वर्तमान में मिथिला हाट में 50 दुकानें हैं, जहां लोक संस्कृति से जुड़ी चीजें खरीदने के लिए उसकी विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
खरीदारी के लिहाज से पूरे परिसर को चार भागों में बांटा गया है। हर्बल और हैंडमेड ज्वेलरी,फैब्रिक ऑफ मिथिला, मिथिला क्राफ्ट और मिथ्या प्रोसेज्ड, फूड में बांटा गया है।
इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के साथ ही अपनी चीजें प्रदर्शित करने का अवसर भी मिल रही है। यहां दुकानों के अलावा ओपेन एयर थियेटर, मल्टीपर्पज हॉल, डोरमेट्री, वॉटरफॉल, प्रशासनिक भवन, पार्किंग एरिया आदि का निर्माण कराया गया है। पर्यटक यहां सुंदर तालाब में वोटिंग का आनंद भी उठा रहे हैं।
मिथिला हाट में स्थानीय लोक परंपरा को प्रतिविम्बित करती और मिथिला के खान-पान से सुसज्जित भंसा घर आकर्षण का एक बडा़ केन्द्र है। खानपान की स्थानीय शैली को प्रदर्शित करते भंसा घर में लाइव किचेन के साथ ही पीढा़ पर बैठकर चावल, मरवा और मक्के की रोटी के साथ-साथ अरि कंचन की सब्जी, साग और मखाने की खीर आदि का स्वाद चखने को मिलता है इसके अलावा आधुनिक कैफेटेरिया भी है जहां लोग लजीज व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं।
फूड कोर्ट, इनडोर और आउटडोर दोनों तरफ के विकल्पों में मौजूद हैं। फूड कोर्ट के बगल में एक एम्फी थियेटर भी है जहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।
मिथिला हाट कि निरंतर बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए इस बात में कोई संदेह नहीं रह गया है कि निकट भविष्य में या मिथिला के अर्थव्यवस्था को मजबूती देने और यहां की कला संस्कृति एवं खान-पान को राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।