बेगूसराय से बड़ी खबर है। यहां नौ नवंबर की रात से लापता मंसूरचक थाना के चौकीदार (ग्रामीण पुलिस) घूरन महतो की हत्या हो गई है। शनिवार को चौकीदार घूरन महतो का शव उनके गांव सोहिलवाड़ा के नजदीक बहियार से बरामद किया गया है।
लापता चौकीदार का कपड़ा मिलने से परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। चौकीदार का कपड़ा गांव के बाहर चौर से बरामद किया गया है। इसके बाद से इलाके में सनसनी फैल गई है। घटना मंसूरचक थाना के सोहिलवारा गांव की है।
बताया जा रहा है कि सोहिलवारा गांव में कार्यरत सोहिलवाड़ा निवासी चौकीदार 59 वर्षीय घूरन महतो 9 नवंबर की रात से ही लापता है। परिजनों के द्वारा काफी खोजबीन के बाद भी घूरन महतो का कोई अता पता नहीं चल पाया है।
आज गांव के बाहर चौर में धान के खेत में चौकीदार का कपड़ा घर वालों ने पाया है। परिजनों के द्वारा चौकीदार की हत्या की आशंका जताई गई है। लापता चौकीदार का कपड़ा खेत में होने की सूचना पर मंसूरचक थाना पुलिस मौके पर पहुंच कपड़े को बरामद कर आगे की जांच पड़ताल में जुटी हुई ही। पुलिस ने बताया कि आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
बताया जा रहा है कि 9 नवंबर को सिमरिया में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम से 8 बजे रात में चौकीदार घुरन महतो लौटकर गांव में अपने घर आया था। इसके बाद खाना खाने के बाद वह घर से कुछ देर में वापस आने के बात कह निकला था। जिसके बाद वह वापस नहीं लौट पाया। सोहिल वाड़ा चौक पर एक सीसीटीवी में चौक की तरफ जाते हुए भी वह दिखा है। पर उसके बाद से वह वापस नहीं लौटा है। परिजनों ने बताया कि लगातार खोजबीन के बाद भी मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा है और आज खेत से कपड़ा बरामद हुआ है।
शव मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है, सूचना मिलते ही मंसूरचक थाना की पुलिस शव को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन में जुट गई है। घटना के संबंध में परिजनों ने बताया की हत्या कर शव फेंका गया है। मंसूरचक थाना में कार्यरत चौकीदार घूरन महतो नौ नवम्बर को सिमरिया में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में ड्यूटी करने गए थे।
वहां से करीब आठ बजे रात में घर लौटने के बाद खाना खाकर कुछ देर में लौटने की बात कहकर घर से निकले, लेकिन उसके बाद कुछ पता नहीं चल रहा था। शुक्रवार को बहियार के एक धान के खेत में लूंगी और कोट मिला था। इसके बाद शनिवार की सुबह सोहिलवाड़ा बहियार के चौर में ही पानी में कीचड़ से लथपथ शव मिला है। शव मिलने के बाद परिजन एवं पुलिस महकमा में हलचल मची हुई है।
थानाध्यक्ष ने बताया की बहियार के चोर के पानी में कीचड़ से लथपथ शव बरामद किया गया है। मामले की छानबीन चल रही है, जांच पड़ताल के बाद ही हत्या कैसे और क्यों हुई, इसका खुलासा हो सकेगा। इधर हत्या को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चा चल रही है।कुछ लोगों का कहना है कि करीब 59 वर्षीय घूरन महतो काफी मिलनसार और शांत स्वभाव के थे, उनसे किसी की दुश्मनी जैसी कोई बात नहीं है।
संभावना तो यह भी है कि किसी रिश्तेदारों की ओर से अनुकंपा के लोभ में इस घटना को अंजाम दिया गया हो। फिलहाल सब कुछ पुलिस के पाले में है और पुलिस अपने विभागीय सहयोगी के हत्याकांड का किस तरीके से और कब खुलासा कर पाती है, इसका सभी लोगों को इंतजार रहेगा।