1000 अपराधियों की पहचान, बॉन्ड डाउन और गुंडा परेड। बड़ी कार्रवाई। 2024 में लूट-डकैती में 20% गिरावट। मोतिहारी बना बिहार में कानून का मॉडल जिला। SP स्वर्ण प्रभात का मास्टर प्लान – 1000 अपराधी चिह्नित। मोतिहारी में बड़ी कार्रवाई – खालिस्तानी आतंकी की गिरफ्तारी और अपराधियों पर जबरदस्त शिकंजा!
मोतिहारी में बड़ी कामयाबी: 10 लाख का इनामी खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार, 1000 अपराधियों पर पुलिस की नई सख्ती
मोतिहारी क्राइम कंट्रोल का बड़ा सेंटर बन रहा है। मोतिहारी से राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों (NIA) और पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। 10 लाख रुपये के इनामी खालिस्तानी आतंकी कश्मीर सिंह गलवड्डी उर्फ बलबीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कार्रवाई NIA और मोतिहारी पुलिस की संयुक्त टीम ने की है। आतंकी की गिरफ्तारी के बाद उसे सदर अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद सुरक्षित स्थान पर पूछताछ के लिए भेजा गया।
कौन है कश्मीर सिंह गलवड्डी?
कश्मीर सिंह उर्फ बलबीर सिंह, लुधियाना (पंजाब) का रहने वाला है। बब्बर खालसा इंटरनेशनल, खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट, और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन जैसे आतंकी संगठनों से जुड़ा रहा है। उस पर देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने, आतंकी साजिश और फंडिंग के गंभीर आरोप हैं। IPC की धारा 120B, 121, 121A और UAPA की धारा 17, 18, 18B, 38 के तहत मुकदमे दर्ज हैं। NIA कई महीनों से उस पर नजर रखे हुए थी और उसकी गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
NIA और पुलिस की गुप्त कार्रवाई
गुप्त सूचना के आधार पर नगर थाना क्षेत्र में छापेमारी हुई। गिरफ्तारी के तुरंत बाद आतंकी को पूछताछ के लिए हाई-सिक्योरिटी जगह पर ले जाया गया। अब इस मामले में खालिस्तानी नेटवर्क की परतें खुलने की उम्मीद है।
1000 शातिर अपराधियों पर मोतिहारी पुलिस की नई रणनीति
मोतिहारी पुलिस ने अब जेल से जमानत पर छूटे करीब 1000 अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एसपी स्वर्ण प्रभात के नेतृत्व में एक नया मास्टर प्लान लागू किया गया है, जो अपराधियों में खौफ और आम जनता में भरोसा पैदा कर रहा है।
एसपी स्वर्ण प्रभात की योजना में क्या है खास?
1. चिह्नीकरण और सत्यापन: पिछले 5 वर्षों में जमानत पर छूटे 1000 अपराधियों की सूची तैयार। सभी का गुंडा परेड कर डिजिटल प्रोफाइल बनाई जा रही है
2. बॉन्ड डाउन : प्रत्येक अपराधी से 3 से 5 लाख रुपये का बॉन्ड लिया जा रहा है।उन्हें भविष्य में अपराध न करने की शपथ दिलाई जा रही है। यह कार्रवाई BNSS की धारा 126/129 के तहत की जा रही है।
3. डिजिटल निगरानी सिस्टम: पुलिस सभी अपराधियों के फोटो, आधार, मोबाइल नंबर, केस हिस्ट्री का डिजिटल एल्बम तैयार कर रही है।इससे भविष्य में अपराध होने पर तुरंत एक्शन लिया जा सकेगा।
4. गुंडा परेड से सार्वजनिक चेतावनी
चिह्नित अपराधियों को पुलिस लाइन में आम जनता के सामने परेड कराया जा रहा है। इससे समाज में डर का माहौल और पुलिस की सख्ती का संदेश जा रहा है।
अभियान का असर: अपराध में गिरावट
2024 में लूट के 45 और डकैती के 12 मामले दर्ज, जो 2023 की तुलना में 20% कम हैं। संगठित अपराध पर लगाम के लिए यह रणनीति बेहद प्रभावी मानी जा रही है।एसपी स्वर्ण प्रभात के अनुसार, “जो भी अपराध करेगा, वह फिर से जेल में होगा”।
बिहार के अन्य जिलों के लिए मिसाल
मोतिहारी पुलिस का यह ‘Zero Tolerance Model’ अब बिहार के अन्य जिलों के लिए रोल मॉडल बन सकता है। इस सख्त अभियान से शराब माफिया, ड्रग्स तस्कर, भू-माफिया और कॉन्ट्रैक्ट किलर सभी पर नकेल कसी जा रही है। आम नागरिकों में पुलिस के प्रति भरोसा और अपराधियों में खौफ साफ देखा जा रहा है।