“‘अंट शंट’ बक रहे थे हेडमास्टर साहेब…। मुंह खुलती, बंद हो जाती… आंखें लाल, पैर लड़खड़ा रहे थे…और फिर…? आ गई पुलिस!” दरअसल, बिहार के एक सरकारी स्कूल में शराबी हेडमास्टर की हरकत ने पूरे गांव को हिला दिया। बच्चों ने इसकी जानकारी दी। अभिभावकों ने तत्काल बुला ली पुलिस। कहा, शिक्षा के मंदिर में ऐसा नशा – बर्दाश्त नहीं!
Darbhanga के मदरसा में ‘ …भीख मांगती हिंदू लड़की, फिर? देखें VIDEO
View this post on Instagram
मामला, मोतीहारी-पूर्वी चंपारण के उत्क्रमित मध्य विद्यालय कर है। शराब पीकर स्कूल पहुंचे हेडमास्टर को देखते ही बच्चे दंग रह गए। हेडमास्टर साहेब बच्चों के सामने ही पैंतरेबाजी करने लगे। हंगामा करने लगे। शराबी हेडमास्टर की करतूत देख बच्चों ने चुपके से अपने अभिभावकों को जानकारी दे दी। फिर क्या हुआ, हाईवोल्टेज ड्रामा।अब आरोपी हेडमास्टर पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी में पुलिस।
जानकारी के अनुसार, शिक्षा के मंदिर में नशे का अड्डा बनाने वाले उत्क्रमित मध्य विद्यालय खरुही के हेडमास्टर रामस्वार्थ महतो शराब के नशे में स्कूल पहुंचे और बच्चों के सामने बड़बड़ाने व हंगामा करने लगे।
बच्चों ने दी सूचना, अभिभावकों ने बुलाया पुलिस पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हेडमास्टर को गिरफ्तार किया और मेडिकल जांच में शराब पीने की पुष्टि भी हुई। उन पर अब आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
जिला भर में चर्चा का विषय बने हेडमास्टर शराबबंदी के प्रचारक ही कानून का उल्लंघन कर बैठे, जिससे पूरे जिले में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।
बिहार में 2016 से शराबबंदी कानून लागू है। बावजूद, इस तरह की घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं। पिछले कुछ महीनों में कई सरकारी कर्मचारी, शिक्षक, और यहां तक कि पुलिसकर्मी भी शराब के नशे में पकड़े गए हैं। मोतीहारी में ही मार्च 2025 में एक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) को शराब के नशे में महिला शिक्षिका से दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।