मुजफ्फरपुर | प्रसिद्ध आध्यात्मिक संत बाबा बागेश्वर धाम सरकार यानी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर बिहार की पवित्र भूमि पर पदार्पण कर रहे हैं। वे मुजफ्फरपुर में आयोजित श्री श्री 1008 विष्णु महायज्ञ में भाग लेंगे और दोनों दिन चार-चार घंटे का दिव्य प्रवचन देंगे।
विष्णु महायज्ञ में बागेश्वर धाम सरकार का आगमन
विष्णु महायज्ञ का आयोजन मधुबनी फोरलेन के समीप, राधानगर पताही चौसीमा क्षेत्र में किया गया है। यह दस दिवसीय आयोजन 20 मई से शुरू हुआ है और इसका पूर्णाहुति समारोह 28 मई को होगा।
इस यज्ञ की विशेषता यह है कि इसमें देशभर के प्रख्यात संत, हजारों की संख्या में श्रद्धालु, और अनगिनत कन्याएं हिस्सा ले रही हैं। 1100 कन्याओं की कलश यात्रा और जलबोझी के साथ यज्ञ का शुभारंभ किया गया।
कलश यात्रा से हुआ शुभारंभ
सोमवार 20 मई को यज्ञ से पहले 1100 कन्याएं मधुबनी पोखर पहुंचीं। वहां गंगाजल से पवित्र स्नान (जलबोझी) कर, वे कलश लेकर यज्ञ स्थल पहुंचीं। वहां वाराणसी से आए आचार्य ने विधिपूर्वक कलश स्थापना की।
“बाबा बागेश्वर धाम सरकार का यह आगमन एक ऐतिहासिक अवसर है। श्रद्धालु वर्षों तक इस दिन को याद रखेंगे,” — कुश मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष, मुजफ्फरपुर सेवा संस्थान
प्रवचन की भव्य तैयारी, विशाल वाटरप्रूफ पंडाल तैयार
धीरेंद्र शास्त्री का प्रवचन मंगलवार और बुधवार की शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक होगा। इस दौरान धार्मिक, सामाजिक और आध्यात्मिक विषयों पर वे अपना संदेश देंगे।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए विशाल वाटरप्रूफ पंडाल तैयार किया गया है। इसके अलावा चलंत शौचालय, पेयजल टंकी, और अस्थायी नल की भी व्यवस्था की गई है।
बाबा गरीबनाथ की धरती पर बाबा बागेश्वर
मुजफ्फरपुर, जिसे बाबा गरीबनाथ की धरती के रूप में जाना जाता है, अब बागेश्वर धाम के बाबा का भी स्वागत करने को तैयार है। मंगलवार दोपहर बाद बाबा बागेश्वर का मुजफ्फरपुर आगमन होगा।
“मुजफ्फरपुर में श्रद्धा और सेवा की मिसाल कायम होगी। भक्तों के लिए हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई गई है,” — आयोजक समिति
23 से 27 मई: अनिरुद्धाचार्य का प्रवचन
इस दिव्य यज्ञ के दौरान 23 से 27 मई तक अनिरुद्धाचार्य महाराज का प्रवचन भी चलेगा। इससे श्रद्धालु एक ही मंच पर दो महान संतों के प्रवचन का लाभ उठा सकेंगे।
अनिरुद्धाचार्य महाराज, जिन्होंने रामचरितमानस और भागवत कथा पर आधारित प्रवचनों से राष्ट्रीय पहचान बनाई है, श्रद्धालुओं को धर्म और भक्ति की ओर प्रेरित करेंगे।
डिजिटल माध्यम से भी होगा लाइव प्रसारण
उन श्रद्धालुओं के लिए जो किसी कारणवश मौके पर उपस्थित नहीं हो पाएंगे, उनके लिए लाइव टीवी स्क्रीन, यूट्यूब चैनल, और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रवचन का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
“हम चाहते हैं कि बाबा का हर वचन हर भक्त तक पहुँचे। सोशल मीडिया से यह संभव हो रहा है,” — सेवा संस्थान
23 मई को होगा सामूहिक उपनयन संस्कार
कार्यक्रम के अंतर्गत 23 मई को सामूहिक उपनयन संस्कार भी कराया जाएगा। इसमें सैकड़ों बालकों का यज्ञोपवीत संस्कार कराया जाएगा। यह आयोजन वैदिक परंपरा को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
निष्कर्ष: बिहार में एक ऐतिहासिक आध्यात्मिक संगम
धीरेंद्र शास्त्री और अनिरुद्धाचार्य जैसे संतों की उपस्थिति ने मुजफ्फरपुर को धार्मिक राजधानी में बदल दिया है। इस आयोजन से न केवल धार्मिक चेतना का संचार होगा, बल्कि सांस्कृतिक एकता को भी बल मिलेगा।