
बिहार सरकार ने अब सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए ट्यूनिंग ऑफ स्कूल योजना शुरू की है। इस ट्यूनिंग ऑफ स्कूल योजना के तहत मिडिल स्कूलों में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा के छात्रों को हाईस्कूल ले जाया जाएगा। वहां ले जाकर उन्हें ट्यूनिंग ऑफ स्कूल योजना के तहत बताया जाएगा कि नौवीं कक्षा में किस तरह से उन्हें पढ़ना है।
शिक्षा विभाग की इस ट्यूनिंग ऑफ स्कूल योजना के तहत छात्र चेतना सत्र से अंतिम घंटी तक रहेंगे। वहीं, छात्रों के ड्रॉपआउट रोकने की यह अच्छी पहल मानी जा रही है। विभाग का मानना है कि इस योजना से ड्रापआउट रूक जाएगा वहीं, इस सार्थ पहल से खेलकूद प्रतियोगिता में भी छात्र खुलकर हिस्सा ले सकेंगे।
जानकारी के अनुसार, छात्रों को उनके नजदीकी हाईस्कूल में ले जाकर योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए स्कूलों का चयन जल्द किया जाएगा। चयनित स्कूलों के बच्चों को घुमाने के लिए दो हजार की राशि भी दी जाएगी।
शिक्षा विभाग ने निर्देश दिया है कि जिस दिन मीडिल स्कूल के छात्र हाईस्कूल जाएंगे, वहां स्पोर्ट्स की घंटी जरूर लगेगी। छात्र खेलकूद में भी हिस्सा लेंगे। इसके अलावा छात्रों को प्रैक्टिकल, लाइब्रेरी के बारे में भी बताया जायेगा। उन्हें हाईस्कूल के शिक्षक स्वच्छता की भी जानकारी देंगे और उनसे इस पर अमल करने को कहेंगे।
सरकार ने स्कूल में ड्रॉपआउट रोकने के लिए यह योजना शुरू की है। इसमें छात्रों के साथ छात्राओं पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। विभाग के अनुसार, आठवीं के बाद बच्चों में पढ़ने के प्रति ललक बनी रहे और वह आगे की पढ़ाई नहीं छोड़ें, इसके लिए यह योजना शुरू की गयी है। हाईस्कूल में जाने के बाद विद्यार्थी वहां का माहौल देखकर आगे पढ़ने के लिए उत्सुक होंगे व पढ़ाई बीच में ही नहीं बंद करेंगे।
आठवीं के बच्चों को हाईस्कूल में चेतना सत्र में ले जाया जायेगा। चेतना सत्र में आठवीं के छात्रों का हाईस्कूल के शिक्षकों से परिचय कराया जायेगा। इसके बाद बच्चों को क्लास में भी ले जाया जायेगा और वहां की पढ़ाई के बारे में जानकारी दी जायेगी। फिलहाल इस योजना की शुरूआत मुजफ्फरपुर से हो रही है।