Deepak Kumar, मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर जिले के औराई थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर चोरी के आरोप में एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। यह घटना राजखंड उत्तरी पंचायत के वार्ड संख्या 5, जोगिया गांव की है। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया है।
घटना का विवरण
- रात में पकड़ा गया कथित चोर:
- गंगा सहनी के दरवाजे पर खड़े ट्रैक्टर की चोरी करते शंभू सहनी (ग्राम भगौनी, थाना रुन्नीसैदपुर) को स्थानीय लोगों ने पकड़ा।
- चोरी के आरोप में शंभू को पकड़कर भीड़ ने बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी।
- भीड़ से रहम की गुहार:
- शंभू ने बार-बार अपनी जान की भीख मांगी, लेकिन किसी ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया।
- हाथ-पैर बांधकर उसे घंटों पीटा गया।
पुलिस की कार्रवाई
- घटना की सूचना मिलते ही औराई थाना अध्यक्ष अभिजीत अलकेश मौके पर पहुंचे।
- पुलिस ने घायल शख्स को भीड़ के चंगुल से छुड़ाकर अस्पताल पहुंचाया।
- अस्पताल में चिकित्सकों ने शंभू सहनी को मृत घोषित कर दिया।
फिलहाल स्थिति और जांच
- हिरासत:
- पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
- प्रशिक्षु डीएसपी का बयान:
- डीएसपी अभिजीत अलकेश ने बताया कि चोरी के आरोप में पकड़े गए शख्स को बचाने की कोशिश की गई थी, लेकिन उसकी मौत हो गई।
- पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच में जुटी है।
स्थानीय प्रतिक्रिया
- गांव में भय और तनाव:
- घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है।
- कुछ लोग इस घटना को भीड़ की अमानवीयता कह रहे हैं, जबकि कुछ इसे चोरी के खिलाफ गुस्सा बता रहे हैं।
- पुलिस प्रशासन पर सवाल:
- घटना के बाद पुलिस की सक्रियता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
- ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते पुलिस पहुंचती, तो इस घटना को रोका जा सकता था।
न्यायपालिका और कानून के सवाल
इस घटना ने फिर से भीड़तंत्र (mob lynching) पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- कानूनी प्रावधान:
- भारतीय कानून के तहत किसी व्यक्ति को अपराधी घोषित करने का अधिकार केवल न्यायपालिका को है।
- ऐसी घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती हैं, बल्कि समाज में बढ़ती भीड़ की हिंसा की प्रवृत्ति को भी उजागर करती हैं।
- प्रशासन की भूमिका:
- प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि इस मामले में दोषियों को सजा मिले।
- साथ ही, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे।
निष्कर्ष
मुजफ्फरपुर की यह घटना भीड़ द्वारा न्याय करने की प्रवृत्ति और समाज में बढ़ती हिंसा की चिंताजनक तस्वीर पेश करती है।
पुलिस और प्रशासन को दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर यह संदेश देना चाहिए कि कानून से ऊपर कोई नहीं है।
वहीं, समाज को भी ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सजग और संवेदनशील होना होगा।