Muzaffarpur | Bihar में नशा तस्करी (Drug Trafficking) के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है। मुजफ्फरपुर जिले के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में एक करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की ब्राउन शुगर (Brown Sugar) के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले को लेकर पुलिस और प्रशासन ने इसे राज्यव्यापी अभियान की सफलता बताया है।
खुफिया जानकारी पर हुई कार्रवाई
नगर डीएसपी सीमा कुमारी ने जानकारी दी कि उन्हें खुफिया सूत्रों से सूचना प्राप्त हुई थी कि नशे की एक बड़ी खेप शहर में पहुंचने वाली है। उन्होंने तुरंत पुलिस टीम के साथ इलाके में नाकेबंदी करवाई और सतर्कता बरतते हुए तीन तस्करों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि गया से एक व्यक्ति इस खेप को लेने आने वाला है। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर गया निवासी ड्राइवर संतोष कुमार गुप्ता को भी गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से ₹3 लाख नकद, एक Swift Dzire कार, और तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए। पुलिस को संदेह है कि संतोष गुप्ता इस पूरे नेटवर्क का मुख्य संचालक (Mastermind) हो सकता है।
जब्त की गई सामग्री की जानकारी
पुलिस ने इस छापेमारी में जो सामान जब्त किया है, उसमें शामिल हैं:
ब्राउन शुगर: 1 किलोग्राम
नगद राशि: ₹3,00,000
वाहन: Swift Dzire कार
डिजिटल तराजू और तीन मोबाइल फोन
यह सारा सामान तस्करी के नेटवर्क और इसकी गंभीरता को दर्शाता है।
गिरफ्तार किए गए आरोपी
पुलिस ने इस मामले में जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम और जिले निम्नलिखित हैं:
जयप्रकाश कुमार – मोतिहारी
मुकेश कुमार – पूर्वी चंपारण
अंकित कुमार – बक्सर
संतोष कुमार गुप्ता – गया
इन सभी पर मादक पदार्थ अधिनियम (NDPS Act) के तहत कड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
पूर्वोत्तर से लेकर उत्तर भारत तक फैला नेटवर्क
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि यह गिरोह पूर्वोत्तर राज्यों जैसे मणिपुर और असम से ड्रग्स की तस्करी कर बिहार और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में इन्हें बेचता था। यह नेटवर्क नेपाल सीमा से सटे जिलों और रेलवे मार्गों के जरिये सक्रिय था।
बिहार पुलिस की सतर्कता से मिली सफलता
बिहार पुलिस की यह कार्रवाई राज्य सरकार द्वारा नशा मुक्त बिहार (Drug-Free Bihar) के लिए चलाए जा रहे अभियानों की सफलता को दर्शाता है। डीएसपी सीमा कुमारी ने स्पष्ट किया कि ऐसे तस्करी के नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस की स्पेशल टीम लगातार काम कर रही है।
समाज के लिए खतरा हैं ऐसे गिरोह
ब्राउन शुगर जैसी घातक नशीली चीजें युवाओं को बर्बादी की ओर धकेलती हैं। इस तरह की तस्करी पर सख्ती से रोक लगाना समाज और राष्ट्र के हित में है। अंतरराज्यीय नेटवर्क का भंडाफोड़ कर बिहार पुलिस ने अन्य राज्यों की पुलिस के लिए भी मिसाल पेश की है।
सतर्कता और सख्ती ही समाधान
इस पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट होता है कि पुलिस की तत्परता, खुफिया नेटवर्क और संयुक्त कार्रवाई के चलते ही इतनी बड़ी तस्करी को रोका जा सका। राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को चाहिए कि ऐसे अभियान को और तेज किया जाए ताकि बिहार को नशा मुक्त राज्य बनाया जा सके।