
टेक्नोलॉजी + सुरक्षा + पुलिस पारदर्शिता, सुरक्षा, भरोसा, आधुनिक तकनीक और यात्रियों की सुरक्षा का पहला उदाहरण मुजफ्फरपुर रेलवे पुलिस, जहां अब बॉडी कैमरे से लैस – हर हरकत होगी रिकॉर्ड! अब ट्रेन यात्रा होगी और सुरक्षित! GRP जवान पहनेंगे हाई-टेक बॉडी कैमरे।@मनोज श्रीवास्तव, देशज टाइम्स मुजफ्फरपुर।
मुजफ्फरपुर GRP हुई हाई-टेक, अपराधियों की खैर नहीं! बॉडी कैमरे देंगे सबूत, कोर्ट में सजा तक आसान
प्लेटफॉर्म से ट्रेन तक अब CCTV से भी कड़ी निगरानी – पुलिस बॉडी कैमरे होंगे हमेशा ऑन। अपराधियों की खैर नहीं! बॉडी कैमरे देंगे सबूत, कोर्ट में सजा तक आसान। रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम – GRP को मिले 260 हाई-टेक बॉडी कैमरे। दिन हो या रात – अब पुलिस की हर कार्रवाई होगी रिकॉर्ड, बॉडी कैमरों से अपराध पर रोक।@देशज टाइम्स मुजफ्फरपुर।
मुजफ्फरपुर GRP हुई हाई-टेक, अब यात्रियों की सुरक्षा में तैनात होंगे बॉडी वार्न कैमरे, रेलवे सुरक्षा में तकनीकी क्रांति
मुजफ्फरपुर की राजकीय रेल पुलिस (GRP) अब अत्याधुनिक बॉडी वार्न कैमरों (Body Worn Cameras) से लैस हो चुकी है। ये कैमरे पुलिसकर्मियों की ड्यूटी के दौरान हर समय चालू रहेंगे। चाहे ट्रेनों की एस्कॉर्टिंग हो, प्लेटफॉर्म पर चेकिंग या फिर अपराधियों के खिलाफ छापेमारी, हर गतिविधि अब कैमरे में रिकॉर्ड होगी।
इन कैमरों के आने से न केवल अपराध नियंत्रण (Crime Prevention) में मदद मिलेगी बल्कि पुलिसिंग में पारदर्शिता (Transparency in Policing) भी सुनिश्चित होगी। रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में यात्रियों को अब पहले से कहीं अधिक सुरक्षित माहौल मिलेगा।
बॉडी वार्न कैमरों की विशेषताएं
GPS ट्रैकिंग सुविधा से पुलिसकर्मियों की लोकेशन हर समय ट्रैक की जा सकेगी। 128 जीबी तक की मेमोरी, जिससे लंबी अवधि तक रिकॉर्डिंग स्टोर की जा सके। नाइट विजन और वाटरप्रूफिंग की सुविधा, जिससे किसी भी परिस्थिति में कैमरे काम कर सकें। 12 घंटे तक रिकॉर्डिंग और बैकअप क्षमता। -10 से 50 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में काम करने की क्षमता। एक महीने तक डेटा स्टोरिंग और आवश्यकता न होने पर ऑटो-डिलीट फीचर।
इससे पुलिस न केवल अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रख सकेगी बल्कि कोर्ट में डिजिटल सबूत (Digital Evidence) भी प्रस्तुत कर सकेगी।
पुलिस की जवाबदेही और यात्रियों का भरोसा
रेलवे यात्रा के दौरान यात्रियों की सबसे बड़ी चिंता सुरक्षा (Railway Passenger Security) होती है। इन बॉडी वार्न कैमरों के इस्तेमाल से पुलिसकर्मियों और यात्रियों दोनों के व्यवहार पर निगरानी रहेगी।
यात्रियों का भरोसा (Trust Building) बढ़ेगा। पुलिस की जवाबदेही (Accountability) सुनिश्चित होगी। अपराधियों पर कड़ी निगरानी (Strict Surveillance) संभव होगी। रेल सुरक्षा बल (RPF) – Wikipedia और भारतीय रेलवे – Wikipedia जैसे आधिकारिक स्रोत बताते हैं कि लगातार बढ़ती रेल यात्राओं के बीच सुरक्षा को मजबूत करना समय की बड़ी आवश्यकता है।
पूरे बिहार में लागू होगी तकनीक
मुजफ्फरपुर रेल एसपी वीणा कुमारी ने जानकारी दी कि अभी तक 260 से अधिक बॉडी वार्न कैमरे वितरित किए जा चुके हैं। सिर्फ मुजफ्फरपुर जीआरपी थाने को 27 कैमरे उपलब्ध कराए गए हैं।
इसके अलावा, राज्य के 17 थानों में इन कैमरों को उपलब्ध कराया गया है। प्रत्येक थाने में दो-दो अधिकारियों को प्रशिक्षण देकर मास्टर ट्रेनर बनाया गया है, जो अब अपने-अपने थानों के जवानों को कैमरों के उपयोग की ट्रेनिंग देंगे।
न्यायिक प्रक्रिया में सहायक
इन कैमरों से रिकॉर्ड की गई वीडियो क्लिप्स अदालत (Court Proceedings) में सबूत के तौर पर इस्तेमाल की जा सकेंगी। अपराधों की जांच तेज होगी। अपराधियों को सजा दिलाने में मजबूती मिलेगी। झूठे आरोपों से पुलिसकर्मियों की रक्षा (Protection from False Allegations) होगी। डिजिटल पुलिसिंग (Digital Policing) की यह पहल बिहार में पुलिसिंग के स्तर को नए आयाम पर ले जाएगी।
पहले जिला पुलिस, अब जीआरपी भी हाई-टेक
बिहार की जिला पुलिस को पहले से ही यह सुविधा मिल चुकी है। अब GRP (Government Railway Police) भी इन कैमरों से लैस होकर रेल यात्रियों की सुरक्षा को और मजबूत कर रही है।
बिहार पुलिस – Wikipedia के मुताबिक, राज्य सरकार लगातार पुलिसिंग में आधुनिकीकरण (Modernization of Police) पर जोर दे रही है। बॉडी वार्न कैमरे उसी दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम हैं।
यात्रियों के लिए क्या फायदे होंगे?
रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों पर अपराधों पर अंकुश लगेगा। पुलिसकर्मी और यात्री दोनों ही जिम्मेदार तरीके से व्यवहार करेंगे। किसी घटना की स्थिति में तत्काल और पुख्ता सबूत मौजूद होंगे। ट्रेन यात्रा को अधिक सुरक्षित और पारदर्शी (Safe and Transparent) बनाया जा सकेगा।
बॉडी वार्न कैमरों का इस्तेमाल न केवल
मुजफ्फरपुर जीआरपी द्वारा बॉडी वार्न कैमरों का इस्तेमाल न केवल अपराध रोकथाम और जांच में अहम भूमिका निभाएगा, बल्कि इससे यात्रियों का भरोसा भी मजबूत होगा। यह पहल पूरे बिहार में रेलवे सुरक्षा (Railway Security in Bihar) को नए स्तर पर ले जाएगी और आने वाले समय में यह पूरे देश की रेलवे पुलिसिंग के लिए मॉडल (Model Initiative) साबित हो सकती है।