गायघाट प्रखंड के शिवदहा पंचायत में सोलर स्ट्रीट लाइट घोटाले का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। उप मुखिया भारती देवी ने जांच रिपोर्ट में देरी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए अधिकारियों पर आरोप लगाए हैं कि वे जानबूझकर रिपोर्ट देने में आनाकानी कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पंचायत स्तर पर न्याय नहीं मिला तो वे मामले को सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जाएंगी।
जांच रिपोर्ट पर ‘ सवाल ‘, भारती देवी ने कहा –
इस मामले में जांच के लिए टीम भी गठित की गई थी, जिसमें अनियमितताएं भी सामने आईं थीं, लेकिन अब तक रिपोर्ट नहीं दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि घोटाले के स्पष्ट प्रमाण होने के बावजूद अधिकारी जानबूझकर मामले की गंभीरता को नजरअंदाज कर रहे हैं।
घोटाले का खुलासा और राजनीति में गर्मी
शिवदहा पंचायत में सोलर स्ट्रीट लाइट घोटाले का मामला सामने आने के बाद राजनीति भी तेज हो गई है। उप मुखिया ने पचायती राज मंत्री केदार गुरु से भी शिकायत की है और इसे लेकर स्थानीय स्तर पर लगातार विरोध हो रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत के मुखिया गणेश ठाकुर ने घटिया गुणवत्ता वाली सोलर लाइट्स की आपूर्ति की है, जिनकी ऑनलाइन कीमत 1650 रुपये है, जबकि इन लाइट्स को 6900 रुपये की दर से खरीदा गया।
पंचायती स्तर पर सरकार के फंड का गलत उपयोग
मामले के तूल पकड़ने के बाद यह सवाल भी उठ रहा है कि सरकार द्वारा पंचायतों में स्ट्रीट लाइट्स लगाने के लिए आवंटित लाखों रुपये की राशि का सही उपयोग हुआ है या नहीं। स्थानीय लोग और नेताओं का कहना है कि इस घोटाले ने न केवल सरकारी राशि के दुरुपयोग को उजागर किया है, बल्कि इसने ग्रामीण विकास योजनाओं में पारदर्शिता की कमी को भी सामने ला दिया है।
क्या मिलेगा न्याय?
अब सवाल यह उठता है कि क्या इस घोटाले में दोषी अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई की जाएगी, या इसे भी अन्य भ्रष्टाचार की तरह दबा दिया जाएगा। उप मुखिया भारती देवी ने चेतावनी दी है कि अगर स्थानीय प्रशासन से न्याय नहीं मिलता तो वे उच्च न्यायालय का रुख करेंगी।