back to top
3 जनवरी, 2024
spot_img

Muzaffarpur News| बागमती के किनारे जी रहा हूं, जुगाड़ू पुल के सहारे

spot_img
spot_img
spot_img

दीपक कुमार, Muzaffarpur News| बागमती के किनारे जी रहा हूं, जुगाड़ू पुल के सहारेदेसी जुगाड़ वाले पुल के सहारे जी रहा मुजफ्फरपुर का यह इलाका (People settled on the banks of Bagmati in Muzaffarpur with the help of Chachari bridge)। जहां,बाढ़ को लेकर भयभीत ग्रामीण अभी से कांप रहे हैं।

Muzaffarpur News| बिहार में लगातार टूट रहे पुलों पर सरकार घिरी हुई है

बिहार में लगातार टूट रहे पुलों पर सरकार घिरी हुई है. ऐसे में शायद अधिकारी नए पुल बनाने का जोखिम नहीं लेना चाहते हैं. तभी तो मुजफ्फरपुर में बागमती नदी के किनारे बसे सैकड़ों गांवों को बिना पुल के छोड़ दिया गया है। गांव वाले सरकारी अफसरों से पुल बनवाने की गुहार लगाते-लगाते थक गए तो अब खुद ही जुगाड़ू पुल का निर्माण कर डाला।

Muzaffarpur News| बाढ़ प्रभावित औराई के बहनगांवा पश्चिमी गांव

ये घटना है कि बाढ़ प्रभावित औराई के बहनगांवा पश्चिमी गांव की. यहां ग्रामीणों ने आने जाने में हो रही कठिनाई को देखते हुए बागमती नदी के उप धारा पर देशी पुल ही बना डाला है।लोगों का कहना है कि उनका गांव बागमती नदी के मुख्य धारा और उप धारा के बीच में हैं. जिससे उन्हें ओराई प्रखंड मुख्यालय जाने के लिए लंबी दूरी तय करना पड़ता है. ऐसे में उनके बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाती है.

Muzaffarpur News| अगर गांव में कोई बीमार पड़ जाए तो अस्पताल पहुंचना मुश्किल

अगर गांव में कोई बीमार पड़ जाए तो अस्पताल पहुंचना मुश्किल होता है. गांव में एंबुलेंस आ नहीं पाती तो मरीज को खाट पर लाद कर अस्पताल ले जाना पड़ता है. उन्होंने बताया कि जब बागमती नदी में पानी बढ़ जाता है तो गांव वाले निजी नांव के सहारे आवागमन करना पड़ता है.

Muzaffarpur News| कभी किसी साल सरकार की तरफ से नाव मिल जाती है तो

कभी किसी साल सरकार की तरफ से नाव मिल जाती है तो उन्हें सहुलित होती है.लोगों का कहना है कि जब वोट का समय आता है तो नेताजी आते हैं, पुल बनवाने का आश्वाशन देते हैं और वोट लेकर चले जाते हैं. उसके बाद उनका पुल का सपना सपना ही रह जाता है.

--Advertisement--

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -
error: कॉपी नहीं, शेयर करें