दीपक कुमार। मुजफ्फरपुर में बीते अगस्त सितंबर और अक्टूबर माह में कुल घटित घटनाओं की संख्या 3619 है जिसको लेकर मुजफ्फरपुर जिले के अलग अलग थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इन आंकड़ों को देखे तो पुलिस अपराधियों पर लगाम लगाने में पूरी तरह बेख़ौफ़ बदमाशों ने तीन महीने में 3619 घटनाओं को दिया अंजाम।
जय बाबा केदार..!
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मुजफ्फरपुर पुलिस के तमाम दावों के बावजूद
मुजफ्फरपुर पुलिस के तमाम दावों के बावजूद जिले में अपराधी बेख़ौफ़ होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। मुजफ्फरपुर पुलिस के द्वारा जिले में हुई अपराधिक वारदातों जो आकड़े जारी किए गए है वो चीख चीख कर इस बात को बता रहे है कि जिलें में अपराधियों का मनोबल किस कदर बढ़ा हुआ है। मुजफ्फरपुर में बेखौफ बदमाशों ने अगस्त सितंबर और अक्टूबर में 29 लोगों की हत्या कर दी।
कही ना कही मुजफ्फरपुर पुलिस अपराधियों पर
बीते अगस्त सितंबर और अक्टूबर माह में कुल घटित घटनाओं की संख्या 3619 है जिसको लेकर मुजफ्फरपुर जिले के अलग अलग थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है । ये आंकड़ा बताने के लिए काफी है कि आपराधिक मामले लगातार बढ़ रहे हैं। और कही ना कही मुजफ्फरपुर पुलिस अपराधियों पर लगाम लगाने में पूरी तरह विफल है ।
अगस्त माह में कुल 1223 घटना हुई घटित
मुजफ्फरपुर जिले में अगस्त माह के आपराधिक मामले की बात करें तो कुल 1223 मामले अलग अलग थाने में दर्ज किया गया है। जिसमें हत्या के 14 मामले दर्ज है । जो इस बात को दर्शाता है कि अपराधी हत्या जैसे जघन्य अपराध को करने से पहले पुलिसिया खौफ के बारे में एक बार भी नहीं सोचते है।
अलग-अलग थाने में दर्ज प्राथमिकी के आंकड़ें
डकैती के 2 मामले, लूट के 15 मामले, 31 गृहभेदन के मामले रंगदारी के 6 मामले हत्या के प्रयास के 14 मामले चोरी के 68 मामले, वाहन चोरी के 150 मामले इस बात को बताता है कि जिले में वाहन चोरों के बीच पुलिस का कोई भय नहीं है। विद्युत चोरी के 88 मामले सहित अन्य घटना घटित हुई है। इसको लेकर अलग-अलग थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सितंबर माह में 1196 प्राथमिकी दर्ज
वही सितंबर माह की बात करें आपराधिक मामले की तो कुल 1193 मामले अलग अलग थाने में दर्ज किया गया है । जिसमें हत्या के 5 मामले, लूट के 11 मामले,21 गृहभेदन के मामले रंगदारी के 07 मामले, हत्या के प्रयास के 24 मामले,चोरी के 64 मामले वाहन चोरी के 102 मामले,विद्युत चोरी के 110 मामले सहित अन्य घटना घटित हुई है । जिसको लेकर अलग अलग थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है ।
अक्टूबर माह में कुल 1203 मामले हुए दर्ज
वहीं अक्टूबर माह की बात करें तो आपराधिक मामले की तो कुल 1203 मामले अलग अलग थाने में दर्ज किया गया है। जिसमें हत्या के 10 मामले ,लूट के 07 मामले,25 गृहभेदन के मामले, रंगदारी के 02 मामले, हत्या के प्रयास के 20 मामले,चोरी के 77 मामले वाहन चोरी के 111 मामले,विद्युत चोरी 75 मामले सहित अन्य घटना घटित हुई है ।
दुष्कर्म के 16 मामले दर्ज हुए हैं
इसके अलावा इन तीन महीनों में दहेज हत्या के 15 मामले दर्ज हुए है । जो इस बात को दर्शाता है कि दहेज के दानवों में पुलिस का कोई भय नहीं है। वहीँ जिले में दुष्कर्म के 16 मामले दर्ज हए है। यह आंकड़े बता रहे हैं की मुजफ्फरपुर पुलिस के कप्तान के द्वारा जिले में बेहतर सुरक्षा के दावे पुरी तरह खोखले है।
पुलिस की तमाम सुरक्षा धरी की धरी रह जाती है
जिले में इन तीन महीनों में पोक्सों एक्ट के 14 मामले मुजफ्फरपुर में बच्चियों के सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। इसके अलावा मुजफ्फरपुर पुलिस जिले में बेहतर पुलिसिंग के तमाम दावे करती है। इन पुलिस के इन दावे को धत्ता बताते हुए बीतें तीन महीने में वाहन चोर पुलिस के सुरक्षा के नाक के नीचें से 363 वाहनों को चोरी कर लेते है। पुलिस की तमाम सुरक्षा धरी की धरी रह जाती है।