Muzaffurpur news। कटरा। बागमती नदी के तटबंध निर्माण को लेकर कटरा के बर्री पंचायत के भवानीपुर चौर में आंदोलकारी जनता ने काम रोक दिया। ग्रामीणों का कहना है कि यह तटबंध विनाशकारी और अवैज्ञानिक है, जिसे हर साल समीक्षा (Review) की आवश्यकता है।
अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है… — PM MODI in Madhubani
जनता का आरोप:
- 2017 में गठित रिव्यू कमेटी को सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया।
- पिछले 12 वर्षों में वर्री पंचायत के एक गाँव का पुनर्वास और मुआवजा नहीं दिया गया है।
- आंदोलनकारियों ने सवाल उठाया कि 82 गाँवों का भुगतान और पुनर्वास सरकार कब तक पूरा करेगी।
अधिकारी टीम का घेराव:
ग्रामीणों ने भूमि अर्जन पदाधिकारी और अभियंता की टीम का घेराव कर अपनी समस्याएं बताईं।
आंदोलन का नेतृत्व:
इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नेताओं में शामिल हैं:
- माले नेता और पूर्व जिला पार्षद जितेंद्र यादव
- नवल किशोर सिंह, रामलोचन सिंह, हुकुमदेव राय
- रामा शंकर राय, रिगा राय, अरुण राय, विवेक कुमार
- राजद महासचिव राहुल कुमार, सुधीर सहनी, सीताराम राय
साथ ही सैकड़ों ग्रामीण भी आंदोलन में शामिल थे।
ग्रामीणों की मांगें:
- तटबंध निर्माण से पहले विनाशकारी प्रभावों का आकलन।
- प्रत्येक वर्ष तटबंध की समीक्षा।
- 2017 की रिव्यू कमेटी की रिपोर्ट को लागू करना।
- मुआवजा और पुनर्वास की प्रक्रिया को तेज करना।
सरकार पर दबाव:
ग्रामीणों के इस विरोध प्रदर्शन ने सरकार पर दबाव बना दिया है। जनता ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे तटबंध निर्माण कार्य को आगे नहीं बढ़ने देंगे।