बागमती नदी बनी आफत! मुजफ्फरपुर के दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में – 3 फीट बढ़ा पानी, पीपा पुल डूबा! गायघाट में बाढ़ का खतरा मंडराया| गायघाट और कटरा में मचा हड़कंप! नेपाल से आई बाढ़ ने बढ़ाई परेशानी| बागमती का पानी पीपा पुल तक पहुंचा! गांव कटने की कगार पर, अफरा-तफरी|15 जून से पहले ही बाढ़ ने मचाया तांडव! गायघाट-कटरा के लोगों में डर| SDM अलर्ट पर, हालात बिगड़ने की आशंका|@दीपक कुमार, गायघाट,देशज टाइम्स।
गायघाट में नदियों का उफान, बढ़ा जलस्तर, बाढ़ की उबाल
गायघाट (मुजफ्फरपुर), देशज टाइम्स — बिहार में मानसून आने से पहले ही नदियों के बढ़ते जलस्तर ने संकट के संकेत दे दिए हैं। मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट और कटरा प्रखंड के गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बागमती नदी का जलस्तर कुछ ही घंटों में 3 से 4 फीट तक बढ़ गया है, जिससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया है।
ये हैं मुजफ्फरपुर जिले के प्रभावित क्षेत्र
क्षेत्र | स्थिति |
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गायघाट प्रखंड | नदियों का जलस्तर बढ़ा |
कटरा प्रखंड | 2 दर्जन गांवों में बाढ़ का खतरा |
पीपा पुल | पानी से ढंका, आवागमन बाधित |
बागमती का उफान और पीपा पुल पर संकट
बागमती नदी नेपाल से निकलती है और सीधे कटरा प्रखंड से गुजरती है। कई गांवों को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने वाला एकमात्र पीपा पुल जलमग्न है। पुल पर पानी चढ़ने से आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। अगर जलस्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो संपर्क पूरी तरह से टूट सकता है।
प्रशासन की सक्रियता : एसडीएम ईस्ट अमित कुमार जुटे
एसडीएम ईस्ट अमित कुमार ने बागमती के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर को सतर्क रहने का आदेश दिया है। संभावित बाढ़ से निपटने की तैयारियों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संभावित बाढ़ को लेकर राज्यस्तरीय बैठक की थी। इसके बाद से ही सभी जिलों को आपदा प्रबंधन के लिए अलर्ट किया गया है।
एक तरफ बारिश, दूसरी तरफ उमस
बिहार में इन दिनों कहीं झमाझम बारिश तो कहीं उमस भरी गर्मी का दौर जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक 15 जून तक मानसून की एंट्री संभावित है। लेकिन कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पहले ही बन चुके हैं।
बढ़ते जलस्तर ने बाढ़ के खतरे की घंटी बजा दी
बिहार में मानसून से पहले ही नदियों के बढ़ते जलस्तर ने बाढ़ के खतरे की घंटी बजा दी है। खासकर मुजफ्फरपुर के ग्रामीण इलाकों में लोगों की चिंता बढ़ गई है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है, लेकिन लोगों को सतर्क रहना जरूरी है। अगले कुछ दिन निर्णायक साबित हो सकते हैं।