Sanskrit Language: भारतीय संस्कृति की आत्मा, ज्ञान की अविरल धारा, संस्कृत भाषा को जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प बिहार की पावन धरती पर एक बार फिर से जीवंत हो उठा है। मुजफ्फरपुर में आयोजित एक विशेष प्रबोधन वर्ग के समापन समारोह में कुलपति ने इस पुनीत कार्य के लिए आवाज बुलंद की।Sanskrit Language: मुजफ्फरपुर में संस्कृत भाषा के संरक्षण का महाअभियान, कुलपति ने दिया जन-जन तक पहुँचाने का संदेश
संस्कृत भाषा: भारतीय ज्ञान परंपरा का आधार
संस्कृत भारती बिहार प्रांत द्वारा आयोजित आवासीय प्रबोधन वर्ग का गरिमामय समापन समारोह मुजफ्फरपुर स्थित रामेश्वर महाविद्यालय में संपन्न हुआ। 25 से 30 दिसंबर तक चले इस विशेष वर्ग के अंतिम सत्र में संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पाण्डेय ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
अपने उद्बोधन में प्रो. पाण्डेय ने संस्कृत के संरक्षण, संवर्धन और व्यवहारिक उपयोग पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि संस्कृत केवल एक भाषा नहीं, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। बल्कि भारतीय ज्ञान-परम्परा की आत्मा है।कुलपति ने आगे कहा कि संस्कृत के माध्यम से ही भारतीय दर्शन, विज्ञान, साहित्य और संस्कृति की मूल चेतना को गहराई से समझा जा सकता है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वे इस प्रबोधन वर्ग में प्राप्त ज्ञान को समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुँचाएँ और संस्कृत को जन-जन की भाषा बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएँ। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंप्रो. पाण्डेय ने आवासीय प्रबोधन वर्गों की महत्ता पर बल देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन व्यक्तित्व निर्माण, वैचारिक दृढ़ता और संगठनात्मक क्षमता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने संस्कृत भारती के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम संस्कृत शिक्षा आंदोलन को एक नई दिशा दे रहे हैं, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस प्रकार की पहलें हमें अपनी समृद्ध विरासत और संस्कृत शिक्षा के महत्व को समझने में मदद करती हैं।
संस्कृत आंदोलन को मिली नई गति
मुजफ्फरपुर के रामेश्वर महाविद्यालय में आयोजित इस महत्वपूर्ण प्रबोधन वर्ग में संस्कृत विश्वविद्यालय से कुल 14 छात्र-छात्राओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में अपने प्रशिक्षण अनुभवों को साझा कर उत्साहवर्धन किया, जो अन्य सभी के लिए प्रेरणादायी रहा।कार्यक्रम को क्षेत्र मंत्री प्रो. श्रीप्रकाश पाण्डेय, प्रांत मंत्री डॉ. रमेश कुमार झा, वर्गाधिकारी व्यास नंदन शास्त्री, श्रवण कुमार, डॉ. अभिषेक द्विवेदी और देव निरंजन दीक्षित जैसे गणमान्य व्यक्तियों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. रामसेवक झा भी उपस्थित थे, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।





