दीपक कुमार, गायघाट (Muzaffarpur News) | गायघाट प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में आमसभा का आयोजन किया जा रहा है। ये आमसभाएं पंचायत के विकास कार्यों को लेकर आयोजित की जाती हैं। लेकिन मुखिया की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है।
सूचना का अभाव और ग्रामीणों में नाराजगी
ग्रामीणों का आरोप है कि आमसभा के नाम पर महज 10-12 लोगों को बुलाकर औपचारिकता निभा दी जाती है। कई पंचायतों में बिना सूचना के आमसभा कर ली गई, जिससे लोगों में रोष है। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि
“यह कैसी आमसभा है जिसमें गांव वालों को ही सूचना नहीं दी जाती?”
ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत के विकास कार्यों में पारदर्शिता नहीं है और आमसभाओं में सिर्फ चुनिंदा लोग भाग लेते हैं।
आमसभा का उद्देश्य
पंचायतों में आयोजित इन आमसभाओं का मुख्य उद्देश्य है:
- पंचायत के विकास का एजेंडा तैयार करना।
- पूर्व के कार्यों की समीक्षा करना।
- नए विकास कार्यों का चयन करना।
योजनाओं का चयन:
- मनरेगा योजना
- इंदिरा आवास योजना
- जलापूर्ति योजना
- साफ-सफाई योजना
- नाली-गली योजना
इन योजनाओं के लिए आमसभाओं में प्रस्ताव पारित किए जाते हैं और विकास कार्यों को मंजूरी दी जाती है।
लापरवाही पर सवाल
ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत के मुखिया और जनप्रतिनिधि आमसभा में लोगों को शामिल करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इससे विकास कार्यों में ग्रामीणों की भागीदारी नहीं हो पा रही है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि:
- आमसभाओं के आयोजन की सूचना गांव में पहले से दी जाए।
- अधिक से अधिक गांववालों की भागीदारी सुनिश्चित हो।
- आमसभाओं को पारदर्शी और जवाबदेह बनाया जाए।
पंचायत विकास के लिए आयोजित होने वाली आमसभाओं को सफल बनाने के लिए जरूरी है कि सभी लोगों को इसकी जानकारी मिले और वे इसमें सक्रिय भागीदारी कर सकें।