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2 दिसम्बर, 2025

मधुबनी शहर में 92 अतिक्रमणकारियों को नप ने थमाया नोटिस, कई रसूखदारों के भी नाम

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मुख्य बातें 
कोतवाली चौक से थाना मोड़ तक रसूखदारों ने सड़क को कर रख है अमिक्रमण
80 फीट की सड़क महज 35 से 40 फीट तक रह गयी है समीटकर
नप के नोटिस से अतिक्रमणकारियों में मचा हड़कंप

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मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। नगर परिषद ने कोतवाली चैक से थाना मोड़ तक सड़क व नाले के जमीन अतिक्रमण करने वाले 92 लोगों को नोटिस थमाया है। क्योंकि इस सड़क के किनारे शहर के लिए अतिमहत्वपूर्ण स्ट्रार्म ड्रेनेज का निर्माण हो रहा है। लेकिन अतिक्रमण के कारण यह योजना प्रभावित हो रहा है। लगभग दो सालों से इस अतिक्रमण के कारण योजना का काम नहीं हो रहा है। हालत यह है कि लगभग 90 फीट चोड़ी सड़क अतिक्रमण के कारण महज 35 से 40 फीट रह गयी है।

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इन अत्रिमणकारियों को नप से एक सप्ताह का टाइम दिया गया है।

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नप कर्मियों की ओर से घर-घर जाकर नोटिस पहुंचाए जाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। नप के ईओ आशुतोष आनंद चोधरी ने बताया कि दो से तीन दिन में इस कार्य को पूर्ण कर लिया जाएगा। मालूम हो कि इसके लिए पिछले वर्ष जुलाई में जिलाधिकारी के आदेश पर विभिन्न अंचलों के अमीन के द्वारा मापी की गई थी। इसी मापी के आधार पर अतिक्रमित भाग की सूची बनाकर नप कार्यालय व डीएम को दिया गया था। शुक्रवार को तामिला कराये जा रहे नोटिस की प्रगति कार्य की अधिकारी ने समीक्षा की।

मौके पर सशक्त स्थायी समिति सदस्य उमेश प्रसाद व अन्य थे। वहीं अतिक्रमण के दायरे में आने वाले लोगों की ओर से नोटिस रिसीव नहीं किया जाता है तो ऐसी परिस्थिति में उनलोगों को डाक से नोटिस भेजा जाएगा। फिर भी यदि नोटिस रिसीव नहीं किया तो घर पर नोटिस चिपकाकर फोटोग्राफी की जाएगी। इन सभी क्रियाकलाप की लगातार मॉनिटरिंग नप के अधिकारी की ओर से की जा रही हैै। किसी भी परिस्थिति में अतिक्रमणकारी पर गाज गिरना तय बताया गया है।

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नोटिस मिलने के बाद स्वयं से अतिक्रमण हटा लेने पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं होगी। यदि स्वंय से अतिक्रमण नहीं हटाया तो नप की ओर से बलपूर्वक अतिक्रमण खाली करवाया जाएगा। वहीं इसके कारण होने वाले किसी भी प्रकार के क्षतिपूर्ति की भरपाई नप की ओर से नहीं दिए जाने की बात बतलाई गई है। जबकि इसपर होनेवाले व्यय की वसूली भी अतिक्रमणकारी से ही की जाएगी। इधर नोटिस मिलने की सूचना के बाद कई अतिकर्मकारियों में दहशत है।

कुछ लोग तो अतिक्रमित भाग को खाली किए जाने की भी योजना बनाए जाने में लग गए हैं। जबकि कई लोग मेरी ओर से अतिक्रमण नहीं किया गया है की बात बतलाकर नोटिस लेने से इंकार भी कर रहे हैं। जबकि नोटिस में अतिक्रमित भाग का उल्लेख किया गया है। नप के ईओ आशुतोष आनंद चोधरी ने बताया कि निर्धारित समय-सीमा के बीतने के बाद कार्रवाई प्रारंभ कर दी जाएगी।

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