दंतेवाड़ा, देशज न्यूज। कोरोना वायरस से जहां पूरे देश में लॉक डाउन है। वहीं बस्तर संभाग के धुर नक्सल प्रभावित इलाकों के अंदरुनी क्षेत्र में लगने वाले साप्ताहिक बाजार बंद हो जाने से नक्सलियों को दैनिक उपयोगी सामग्री दाल चावल सब्जी के अभाव में नक्सली दाने-दाने के लिए किया मोहताज हो गए हैं। नक्सली कमलेश एरिया कमेटी सदस्य ग्रामीणों की लगातार बैठक लेकर उन पर दबाब बना रहा है। किरंदुल थाना अंर्तगत ग्राम गुमियापाल में ग्रामीणों की बेदम पिटाई कर 500 किलो चावल देने की बात सामने आ रही है।
प्राप्त जानकरी के अनुसार पूरे देश मे धारा 144 व पूर्ण लॉकडाउन होने से नक्सलियों तक खाद्य सामग्री नही पहुंच पा रही है। जिसके चलते नक्सली अंदरुनी क्षेत्र के सरपंचों को जान से मारने की धमकी देते हुए राशन उपलब्ध कराने के लिये दबाव बना रहे है। सरपंचों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर कहा कि, पूरे गांव में बंद किया गया है, ऐसे में हम खुद अपनी जरूरतों का सामान लेने नही जा रहे है तो उनके लिये हम खाद्य सामग्री की व्यवस्था कहां से करें।
एसपी दंतेवाड़ा डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया] नक्सली लॉक डाउन के बाद आक्रमक हो गये हैं, जगह-जगह बैठक लेकर राशन के लिए ग्रामीणों पर दबाव बना रहे हैं। कुछ सरपंचों ने फोन पर मुझे भी शिकायत की है। किरंदुल थाना अंर्तगत ग्राम गुमियापाल में नक्सली कमलेश एरिया कमेटी सदस्य द्वारा ग्रामीणों की बेदम पिटाई कर 500 किलो चावल देने कहा गया है।
उन्होंने बताया,जिले के बाजार बंद है और पुलिस मुस्तैद है। इसके कारण नक्सलियों को आसानी से राशन नही मिल रहा है, जिससे नक्सली बौखलाए हुए है। जहां पूरा देश इतनी भयंकर आपदा से लड़ रहा है। वही नक्सली अपने स्वार्थ के लिए ग्रामीणों पर अत्याचार कर रहे है।
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