राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) बिहार के पटना फुलवारी शरीफ मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर एक बार फिर एक्शन मोड में आ गई है।
जय बाबा केदार..!
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एनआईए ने बुधवार को तीन राज्यों में PFI के 25 ठिकानों पर छापेमारी की गई है। NIA की टीम ने कर्नाटक, केरल और बिहार के अलग-अलग ठिकानों पर कार्रवाई कर रही है।
प्रतिबंधित संगठन PFI और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ एनआईए ने कर्नाटक, बिहार और केरल में सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है। जांच एजेंसी बिहार के कटिहार में मो. नदवी और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई कर रही है। मोहम्मद नदवी का
पीएफआई से बहुत पुराना नाता रहा है, इसके साथ ही यूसुफ टोला में भी जांच एजेंसी की टीम पहुंची है।
जानकारी के अनुसार, पटना फुलवारी शरीफ मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी एक बार फिर एक्शन में आ गई है। एनआईए ने बुधवार सुबह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 25 ठिकानों पर छापेमारी की है। टीम ने कर्नाटक, केरल और बिहार के अलग-अलग ठिकानों पर कार्रवाई की है।
एनआईए ने पिछले साल बिहार के फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की थी। पहली एफआईआर 26 संदिग्धों के खिलाफ दर्ज की गई है। जबकि दूसरे में एक का नाम लिया गया है।
पहली प्राथमिकी में 11 जुलाई को फुलवारी शरीफ इलाके में जमा हुए कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की ओर से प्रधानमंत्री की प्रस्तावित यात्रा को बाधित करने की योजना का उल्लेख है।
दूसरे में भारत विरोधी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए मारगुब अहमद दानिश उर्फ ताहिर को पकड़ने का उल्लेख है। इससे पहले NIA ने पटना के PFI फुलवारीशरीफ मामले में बिहार में कई स्थानों पर तलाशी ली थी।
छापेमारी में डिजिटल उपकरणों और विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेजों को जब्त किया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।
मौके पर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर स्थानीय हसनगंज थाना पुलिस और अर्ध सैनिक बलों की टीम भी मौके पर मौजूद हैं। बिहार के फुलवारी शरीफ में पीएफआई का 2047 नाम का एक डॉक्यूमेंट सामने आया था। एनआईए के दावे के अनुसार, इस दस्तावेज में देश की सत्ता पर कब्जा करने का प्लान बताया गया था।
जानकारी के मुताबिक, फुलवारी शरीफ मामले में सबसे बड़ी छापेमारी कर्नाटक में की जा रही है. कर्नाटक में पीएफआई के 16 ठिकानों पर ये कार्रवाई जारी है। फुलवारी शरीफ
मामले को लेकर हाल ही में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इन लोगों के पास से एनआई को तलाशी में पीएफआई से संबंधित कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए थे।