देशज टाइम्स ब्यूरो। बिहार की सियासी पारा काफी हॉट है। पॉलिटिक्स में तल्खी भी है तो नजाकत भी। दवा भी है तो मेमोरी लॉस भी। राजनीतिक गलियारे इसको लेकर सुर्ख है। नीतीश कुमार की मेमोरी लॉस। चर्चा तो बहुत है।
इसकी कई वजह भी है। कारण, नीतीश यह भी भूल गए, गृह विभाग उनके पास है। इसपर मेमोरी लॉस की बात निकली है तो ताजा एंट्री भाजपा के कद्दावर युवा नेता और जाले के विधायक जीवेश कुमार की भी हो गई है। उन्होंने देशज टाइम्स से खास बातचीत में क्या कहा, पढ़िए पूरी खबर
विधायक जीवेश कुमार ने साफ तौर पर कहा कि अरुण जी की बात को गंभीरता से लेने की जरूर है। अरुण जी जेडीयू के सांसद रहे हैं। अगर उन्होंने कोई बात कही है तो इसे गंभीरता से लेनी चाहिए। इस पर विचार करना चाहिए कि आखिर नीतीश कुमार के साथ ललन सिंह क्या तेला-बेला कर रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर…
जानकारी के अनुसार, नीतीश के पुराने साथी और लोजपा रामविलास के नेता ने ललन सिंह पर नीतीश को मेमोरी लॉस होने की दवा खाना में मिलाकर देने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही गृह मंत्री से बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। कहा है कि नीतीश की स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में प्रधानमंत्री को बिहार में राष्ट्रपति शासन लगानी चाहिए। बिहार को बचाना चाहिए।
वहीं, भाजपा और पूर्व मंत्री सह विधायक जीवेश कुमार ने अरुण कुमार के बयान का समर्थन किया है। साथ ही ललन सिंह के पुराने बयानों को याद दिलाते हुए उनपर तंज कसा है।
भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री जीवेश कुमार ने देशज टाइम्स से खास बातचीत में कहा कि अरुण जी जेडीयू के सांसद रहे हैं। अगर उन्होंने कोई बात कही है तो इसे गंभीरता से लेनी चाहिए। इस पर विचार करना चाहिए कि आखिर नीतीश कुमार के साथ ललन सिंह क्या तेला बेला कर रहे हैं।
विधायक जीवेश कुमार ने कहा कि ललन सिंह ने तो बहुत पहले ही कहा था की मैं ही सर्जन हूं। नीतीश के पेट में कहां–कहां दांत है सर्जरी करके मैं निकाल दूंगा। अब धीरे-धीरे नीतीश कुमार की जो हालत हो रही है, इसको लेकर ललन सिंह पर लोगों का संदेह जा रहा है। मैं तो मानता हूं कि इसकी जांच होनी चाहिए।
जीवेश कुमार हमलावर होते कहा कि ललन सिंह एक बात पर टिकते नहीं हैं। पहले उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार के पेट में दांत है वो उसे निकालेंगे। वही उन्होंने ये भी कहा था कि यदि दूसरी बार राजद के साथ सरकार बनाना पड़ा तो पान की दुकान खोल लेंगे। अब उनसे पूछना चाहिए कि पान का दुकान कब खोलेंगे। इस समय वो राजद के साथ मिले हुए है और जदयू को जोर का झटका धीरे से दे रहे हैं।