पटना न्यूज़: बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर एक दिल दहला देने वाली घटना से गरमा गई है। एक नाबालिग बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने पूरे इलाके को आक्रोशित कर दिया है। न्याय की आस में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए हैं और उनका गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिसने स्थानीय प्रशासन की नींद उड़ा दी है।
जानकारी के अनुसार, यह घटना पटना शहर के एक क्षेत्र से जुड़ी है, जहां एक नाबालिग लड़की का शव संदिग्ध अवस्था में पाया गया। बच्ची की मौत की खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों और परिजनों ने इसे हत्या करार देते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची, लेकिन लोगों का आक्रोश इतना बढ़ गया था कि उन्हें शांत कराना मुश्किल हो गया।
गुस्साए लोगों का प्रदर्शन और सड़क जाम
बच्ची की मौत से व्यथित ग्रामीणों ने इंसाफ के लिए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते भीड़ ने मुख्य सड़क को जाम कर दिया, जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए हुए थे और लगातार नारेबाजी कर रहे थे। उनकी मांग थी कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले। प्रदर्शन के कारण इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को बुलाने की मांग
आक्रोशित भीड़ की सबसे प्रमुख मांगों में से एक यह भी थी कि राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी खुद घटनास्थल पर आएं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक उपमुख्यमंत्री मौके पर आकर उन्हें आश्वासन नहीं देंगे, तब तक वे अपना प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे और सड़क से नहीं हटेंगे। उनका मानना है कि उच्च स्तरीय हस्तक्षेप से ही इस मामले में निष्पक्ष जांच और त्वरित न्याय मिल पाएगा।
पुलिस की कार्रवाई और जांच का आश्वासन
हालात को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को घटनास्थल पर तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारी लगातार लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास कर रहे हैं और उन्हें निष्पक्ष जांच का आश्वासन दे रहे हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने जांच तेज कर दी है और दोषियों की तलाश जारी है।







