बिहार सरकार की तरफ से फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा और ना ही कोई कर्फ्यू लगाई जाएगी। बल्कि कोरोना गाइडलाइन को और सख्त किया जाएगा। नए वैरिएंट को देखते हुए आम और खास लोगों के लिए गाइडलाइन तैयार की जा रही है। फिलहाल ओमीक्रोन की समीक्षा की जा रही है। हालात पर सरकार की पैनी नजर है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के कारण फिलहाल बिहार में रात्रि कर्फ्यू लगाने से इनकार किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि बिहार की स्थिति सभी राज्यों से बेहतर है। यहां अभी नाइट कर्फ्यू लगाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है।
बिहार में फिलहाल नाइट कर्फ्यू नहीं
देश में ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र ने राज्यों को अलर्ट किया है। महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा और यूपी ने नाइट कर्फ्यू की घोषणा भी कर दी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाइट कर्फ्यू की संभावनाओं फिलहाल इनकार किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि बिहार की स्थिति सभी राज्यों से बेहतर है। यहां नाइट कर्फ्यू लगाने की जरूरत नहीं है। नीतीश कुमार ने ये बातें तब कहीं जब शनिवार को वो पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उनकी प्रतिमा को माल्यार्पण करने पहुंचे थे।
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के बाद क्या बिहार में भी नाइट कर्फ्यू लगेगा? यह सवाल सभी के जेहन में है। केंद्र सरकार ने हाल में सभी राज्याें को कोविड संक्रमण और ओमिक्रोन वैरिएंट के बढ़ते मामलों को देखते हुए एहतियात बरतने और कोविड गाइडलाइन में पूरी सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं।
बिहार में भी कोविड के केस पिछले कुछ दिनों में बढ़े हैं। संक्रमण से मौत की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। एक केंद्रीय टीम भी बिहार में व्यवस्था का जायजा लेने के लिए पटना आ रही है। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाइट कर्फ्यू लगाने के मसले पर अपना रुख साफ कर दिया है।
80 अफसरों की 6 टीमें बनाई गई
ओमीक्रोन और कोरोना से निपटने के लिए बिहार में बड़ी तैयारी की गई है। बड़े स्तर पर निगरानी की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने 80 अफसरों की छह टीमें बनाई है। इन्हें कोरोना संक्रमण की निगरानी के साथ अस्पतालों की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है। कोरोना पॉजिटिव हर सूचना इन्हें तत्काल डीएम को देनी होगी। ये सभी स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव की देखरेख में काम करेंगे। कोरोना की दूसरी लहर की तरह फिर से कोषांग बनाया गया है।
कब तक रहेगा संक्रमण, कोई नहीं जानता है
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार सरकार स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। देश में कोविड संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले कई राज्यों में सामने आए हैं। कोविड संक्रमण का दौर कब तक चलेगा, यह कोई नहीं जानता है।
ऐसे में संक्रमण के पूरी तरह खत्म होने तक मास्क और कोविड गाइडलाइन का पालन करते रहना बेहद जरूरी है। बिहार में टेस्टिंग को बढ़ाया गया है। अभी राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाने की जरूरत नहीं है। आपको बता दें कि राज्य में ओमिक्रोन वैरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है, हालांकि डेल्टा वैरिएंट के केस जरूर बढ़ने लगे हैं।
अलग-अलग अफसरों को जिम्मेदारी
कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग- आठ पदाधिकारियों की टीम बनाई गई है, जो कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का काम करेगी।
- कोविड टेस्टिंग- दो अधिकारियों की निगरानी में 10 सदस्यों की टीम को कोरोना की टेस्टिंग के लिए लगाया गया है।
- आईसोलेशन ट्रीटमेंट और पेशेंट वेल्फेयर- दो अधिकारियों की निगरानी में 13 सदस्यों की टीम आइसोलेशन सेंटर की व्यवस्था करने के साथ ट्रीटमेंट और पेशेंट वेल्फेयर को लेकर काम करेगी।
- कोरोना की रिपोर्टिंग एनलाइसिस के साथ को-आर्डिनेशन- एक सीनियर अफसर की निगरानी में 26 लोगों की टीम बनाई गई है। जो कोरोना केस की रिपोर्टिंग के साथ कोरोना संक्रमण से ठीक होने वालों की संख्या पर एनालाइसिस करेगी।
- पोर्टल का संचालन- दो वरीय अधिकारियों की निगरानी में 12 लोगों की टीम कोरोना मरीजों की जांच रिपोर्ट के साथ पोर्टल पर हर जानकारी को अपडेट करेगी।
- हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथ और कोविड मैनेजमेंट- दो सीनियर अफसरों की देखरेख में नौ सदस्यों की टीम हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथ और कोरोना के मैनजमेंट के लिए काम करेगी।
- कई राज्यों में लग चुका है नाइट कर्फ्यू
कोरोना और ओमिक्रोन को ध्यान में रख कई राज्यों ने अपने यहां नाइट कर्फ्यू लगाया है। ऐसे में चर्चा यह चल रही थी कि बिहार भी नाइट कर्फ्यू लगा सकता है। - डेल्टा वैरिएंट व उसके पूर्व जब कोरोना के मामले जब लगातार बढ़ रहे थे तब बिहार में रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया था। यहां तक कि लाकडाउन खत्म होने के बाद भी यहां नाइट कर्फ्यू खत्म नहीं हुआ था।