पटना से एक बड़ी खबर आ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी शुक्रवार को एक मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए।
वहीं, एक मानहानि के एक अन्य मामले में इसी कोर्ट में सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पेश हुए। यह मुकदमा भागलपुर के उदयकांत मिश्रा ने दायर किया था। मिश्रा ने एक टिपण्णी पर मानहानि का मुकदमा दायर किया था। दूसरी ओर, कोर्ट आकर लालू यादव और राबड़ी देवी की पेशी की भनक मीडिया को उनके जाने के बाद लगी।
इसके अलावा लालू प्रसाद मानहानि के एक अन्य केस में भी कोर्ट में पेश हुए हैं। मामला साल 2010 में पटना के जीआरपी थाना के सामने धरना प्रदर्शन से जुड़ा है। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने कोर्ट के समक्ष अपना पक्ष रखा। बताया गया कि इस केस में दोनों को कोर्ट ने 10-10 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है।
मानहानि का यह मामला भागलपुर के उदयकांत मिश्रा ने लालू प्रसाद के खिलाफ दायर किया था। लालू यादव की एक टिप्पणी पर उदयकांत मिश्रा ने मानहानि का केस दायर किया था। भागलपुर के उदयकांत मिश्रा को लेकर भी लालू प्रसाद ने विवादित टिप्पणी की थी। जिसमे लालू प्रसाद से कोर्ट ने पूछा कि क्या उन्होंने ऐसी कोई विवादित टिप्पणी की थी, जिस पर लालू प्रसाद ने साफ कहा कि उन्होंने कभी भी ऐसा बयान नहीं दिया था।
इससे पूर्व, पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पत्नी व पूर्व सीएम राबड़ी देवी शुक्रवार सुबह चुनाव से संबंधित धरना-प्रदर्शन मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए हैं। लालू प्रसाद यादव ने वहां अपना पक्ष रखा है। जिस मामले को लेकर यादव दंपति पेश हुए हैं, वह मामला 2010 में जीआरपी पटना के सामने धरना देने से संबंधित है।