
सरकारी सख्ती, बर्खास्तगी और हड़ताल से जनता को नुकसान पर सरकार की बड़ी सख्ती। चलाया सीधा डंडा। हड़ताल पर गए 256 सर्वेक्षण कर्मी एक झटके में बर्खास्त। राजस्व विभाग सख्त! 97 अमीन, 24 कानूनगो और 25 लिपिक की सेवा तत्काल खत्म।@पटना,देशज टाइम्स।
हड़ताल पर गए 256 संविदा कर्मी, सेवा खत्म
हड़ताल भड़काने वालों पर गिरी गाज! दो दिन में 256 कर्मियों की नौकरी गई। नियम तोड़ा तो नौकरी गई! राजस्व विभाग ने धारा 8(4) के तहत बर्खास्त किए कर्मी। 256 कर्मी बर्खास्त, बाकी पर भी गिरेगी गाज! राजस्व महाअभियान पर हड़ताल का असर@पटना,देशज टाइम्स।
राजस्व विभाग की बड़ी कार्रवाई
पटना, देशज टाइम्स। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए दूसरे दिन भी 97 विशेष सर्वेक्षण अमीन, 24 कानूनगो और 25 लिपिक की संविदा सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी। इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने हड़ताल भड़काई और सरकारी कार्य में बाधा डाली।
दो दिन में 256 कर्मी बर्खास्त
विभाग ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को मिलाकर अब तक कुल 256 संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त की जा चुकी है। सभी के खिलाफ उनके जिलों से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई हुई।
हड़ताल से प्रभावित हुआ राजस्व महाअभियान
राजस्व विभाग ने स्पष्ट किया कि हड़ताल से सरकार का महत्वाकांक्षी राजस्व महाअभियान बाधित हुआ। इस अभियान के तहत जमाबंदी में त्रुटि सुधार। ऑफलाइन जमाबंदी को ऑनलाइन करना। बंटवारा नामांतरण। उत्तराधिकार नामांतरण-जैसी सेवाएं आमजन तक पहुंचाई जा रही हैं। हड़ताल से सीधे तौर पर जनता प्रभावित हुई।
नियमावली का उल्लंघन
इन कर्मियों की नियुक्ति संविदा नियमावली 2019 एवं संशोधित नियमावली 2022 के तहत हुई थी। नियमों के अनुसार संविदा सेवा किसी भी परिस्थिति में नियमित नियुक्ति में परिवर्तित नहीं होगी।इसके बावजूद पदनाम बदलने, नियमितीकरण और समतुल्य वेतनमान जैसी मांगों को लेकर हड़ताल की गई, जो कि संविदा शर्तों और शपथपत्र का उल्लंघन है।
विभाग का साफ संदेश
अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने आदेश जारी कर कहा कि यह आचरण अनुशासन हीनता और सरकारी आदेश की अवहेलना है। इसी आधार पर संविदा कर्मियों की सेवा नियमावली की धारा 8(4) के तहत समाप्त कर दी गई। विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि कार्य से अनुपस्थित अन्य कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।