Bihar Teacher News: बिहार में हेडमास्टरों पर गिरी गाज! बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सख्ती का दौर जारी है। शिक्षा विभाग ने अब 31 हेडमास्टरों से स्पष्टीकरण (explanation) मांगा है। अगर तय समय सीमा में जवाब नहीं आया, तो इन पर सख्त कार्रवाई हो सकती है। यह मामला कैमूर जिले से जुड़ा हुआ है, जहां बैठक में गैरहाजिर रहने पर यह कदम उठाया गया है।
बैठक में अनुपस्थिति बनी कार्रवाई की वजह
कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित BRC भवन में बुधवार को यू-डायस प्लस पोर्टल (UDISE+) पर डेटा एंट्री को लेकर एक अहम बैठक आयोजित की गई थी।इस बैठक में सभी उच्च एवं मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को आमंत्रित किया गया था। लेकिन 31 स्कूलों के हेडमास्टर बिना सूचना के अनुपस्थित रहे। इसके बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) ने सभी से स्पष्टीकरण मांगा है।
डेटा में भारी गड़बड़ी बनी चिंता का कारण
बैठक में यह पाया गया कि यू-डायस पोर्टल पर वर्ष 2023-24 और 2024-25 के छात्रों के आंकड़ों में भारी अंतर है। इस गड़बड़ी को दूर करने के लिए अधिकारियों ने स्कूलों को डेटा अपडेट करने और आउटबॉक्स में गए छात्रों को दोबारा इंपोर्ट करने का निर्देश दिया है। साथ ही, जिन छात्रों का डेटा तकनीकी या अन्य कारणों से दर्ज नहीं हो पाया है, उसकी सूची और कारण भी प्रस्तुत करने को कहा गया है।
नहीं मिला जवाब तो जाएगी नौकरी!
शिक्षा पदाधिकारी ने बैठक को “अत्यंत महत्वपूर्ण” बताते हुए सभी स्कूलों को कड़ाई से निर्देशों का पालन करने की चेतावनी दी है।अगर स्पष्टीकरण नहीं दिया गया, तो संबंधित हेडमास्टरों के खिलाफ वरिष्ठ पदाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी, जिससे नौकरी पर खतरा मंडरा सकता है।