गोरखपुर से आई एक खबर ने पूरे देश को चौंका दिया है। एक शख्स, जो खुद को यूपीएससी क्लियर करने वाला अधिकारी बताता था, असल में एक शातिर ठग निकला। इसने न सिर्फ रौब और रुतबे की आड़ में करोड़ों की ठगी की, बल्कि लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर भी कई जिंदगियां बर्बाद कर दीं। बिहार का यह फर्जी IAS, गौरव, उत्तर प्रदेश में पुलिस के हत्थे चढ़ा है, जिसके कारनामों ने जांचकर्ताओं को भी हैरान कर दिया है।
इस गिरफ्तारी के साथ ही एक ऐसे बड़े फ्रॉड का पर्दाफाश हुआ है, जो न केवल अधिकारियों की साख का दुरुपयोग कर रहा था, बल्कि अत्याधुनिक तकनीक जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भी सहारा ले रहा था। गोरखपुर में हुई इस कार्रवाई ने बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और झारखंड तक फैले एक विशाल ठगी नेटवर्क का खुलासा किया है।
बिहार का ‘फर्जी IAS’ और उसकी शातिराना चालें
बिहार के रहने वाले गौरव नामक इस शख्स ने खुद को एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी के रूप में पेश कर लोगों को ठगा। पुलिस के मुताबिक, वह अपनी धौंस, नकली पहचान पत्र और AI-जनरेटेड दस्तावेजों का इस्तेमाल कर लोगों को विश्वास में लेता था। उसकी बातचीत का तरीका और रहन-सहन भी किसी बड़े अधिकारी जैसा ही था, जिससे लोग आसानी से उसके झांसे में आ जाते थे।
जांच में सामने आया है कि गौरव ने अपने फर्जी रुतबे का इस्तेमाल करके न सिर्फ लाखों-करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया, बल्कि कई लड़कियों को अपने प्रेमजाल में भी फंसाया। बताया जा रहा है कि उसके संपर्क में चार अलग-अलग लड़कियां थीं, जिनमें से तीन गर्भवती भी थीं। वह लड़कियों से शादी का झांसा देकर उनसे पैसे ऐंठता था और उनके साथ धोखाधड़ी करता था।
चार राज्यों में फैला करोड़ों का नेटवर्क
पुलिस की शुरुआती जांच से पता चला है कि फर्जी IAS गौरव का नेटवर्क केवल एक राज्य तक सीमित नहीं था, बल्कि यह चार राज्यों में फैला हुआ था। इसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और झारखंड शामिल हैं। इन राज्यों में उसने अलग-अलग व्यक्तियों और संस्थाओं से धोखाधड़ी की। उसके इस विशाल नेटवर्क और ठगी के तरीकों ने पुलिस को भी अचंभित कर दिया है।
पुलिस अब गौरव के सभी संपर्कों और उसके द्वारा की गई ठगी के अन्य मामलों की गहराई से जांच कर रही है। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि उसके साथ और कौन-कौन इस गिरोह में शामिल थे और उसने कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है। इस मामले में और भी खुलासे होने की उम्मीद है, जिससे उसके धोखाधड़ी के पूरे मॉड्यूल का पता चल सकेगा।





