पटना, देशज टाइम्स। ग्रामीण कार्य विभाग ने वित्तीय अनियमितताओं और गंभीर लापरवाही के मामले में सख्त रुख अपनाते हुए सारण जिले के मढ़ौरा कार्य प्रमंडल के दो वरिष्ठ अभियंताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विभागीय जांच में आरोप प्रमाणित पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना में गंभीर गड़बड़ी
निलंबित अभियंताओं में: केशव सहनी (तत्कालीन कार्यपालक अभियंता, मढ़ौरा; वर्तमान में मुख्य अभियंता – अनुरक्षण एवं उन्नयन, ग्रामीण कार्य विभाग), परमेश्वर मेहरा (तत्कालीन कनीय अभियंता, मढ़ौरा; वर्तमान में सहायक अभियंता, सोनपुर कार्य प्रमंडल)।
इन दोनों पर मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के अंतर्गत अनुमोदित पथ निर्माण कार्यों में फर्जीवाड़ा करने, योजनाबद्ध लंबाई से अधिक कार्य दिखाकर फर्जी भुगतान स्वीकृत कराने और बिना तकनीकी स्वीकृति के कार्य करवाने के गंभीर आरोप हैं।
बिना उपयोग के पथ निर्माण के लिए भी हुआ भुगतान
जांच में सामने आया कि अभियंताओं ने एक पूर्व-निर्मित पथ (0.25 किमी) को योजना में शामिल कर दोबारा भुगतान पास कराया। इतना ही नहीं, एक ऐसा पथ भी बनवाया गया जो किसी भी बसावट या ग्राम से जुड़ा नहीं था, यानी उसका कोई व्यावहारिक उपयोग नहीं था। यह योजनाओं के जनहित से हटकर क्रियान्वयन की पुष्टि करता है।
राज्य को हुआ वित्तीय नुकसान
विभागीय जांच में यह भी प्रमाणित हुआ कि अभियंताओं की लापरवाही और मनमानी कार्यप्रणाली के कारण राज्य सरकार को आर्थिक नुकसान हुआ। ग्रामीण कार्य विभाग ने इन दोनों अभियंताओं को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया है।
अन्य अधिकारियों पर भी हो सकती है कार्रवाई
विभाग ने स्पष्ट किया है कि मामले में शामिल अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर जल्द ही उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में सख्त कदम
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि ग्रामीण कार्य विभाग अब विकास योजनाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में कड़े कदम उठा रहा है। सरकार की ओर से ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति को सख्ती से लागू किया जा रहा है, ताकि योजनाओं का लाभ सीधे आम जनता तक पहुंच सके।