बिहार में बालू से तेल निकालने वाले भ्रष्ट अफसरों पर लगातार काली कमाई की पोल खोलती आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offences Unit) की टीम का शिकंजा सोमवार को खान एवं भू तत्व विभाग (Mining and Earth Element Department) के उप निदेशक सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा पर गिरी है। भ्रष्ट से भी भ्रष्टतम, अकूत संपत्ति की काली कमाई पर बैठे सुरेंद्र प्रसाद की एक-एक पाई की हिसाब सोमवार को आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offences Unit) की टीम ले रही है। पढ़िए पूरी खबर
बालू के अवैध खनन मामले में खान एवं भू तत्व विभाग के उप निदेशक सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा के तीन ठिकानों औरंगाबाद और पटना स्थित आवास के साथ सचिवालय स्थित उनके सरकारी कार्यालय पर सोमवार की सुबह आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने आ धमकी।
तलाशी के दौरान काली कमाई से धनकुबेर बने माइनिंग के डिप्टी डायरेक्टर सुरेंद्र प्रसाद के औरंगाबाद स्थित पैतृक आवास न्यू एरिया योद्धा बिगहा, रूपसपुर स्थित वेदनगर के किराए के मकान और सचिवालय स्थित कार्यालय में तलाशी के दौरान कई अहम कागजात के साथ अकूत संपत्ति टीम को हाथ लगी है।
जानकारी के अनुसार, आर्थिक अपराध इकाई की ओर से अबतक जो जानकारी दी गई है कि उसके मुताबिक, सुरेंद्र प्रसाद पर आय से अधिक संपत्ति मामले में 17 फरवरी को एफआइआर दर्ज की गई थी।
इस दौरान नकद समेत कई चीजें मिलीं। पटना के दो ठिकानों और औरंगाबाद स्थित पैतृक आवास पर छापेमारी की गई। पटना में किराए के मकान और नई सचिवालय स्थित उनके सरकारी कार्यालय की तलाशी ली जा रही है।
जानकारी के अनुसार, ईओयू की टीम को आय से अधिक संपत्ति के बारे में सूचना मिली थी। इस मामले में सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा पर 17 फरवरी को एफआईआर दर्ज की गई।
सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा 2006 से खनिज विकास पदाधिकारी के पद पर बहाल हुए। इसके बाद उन्होंने अपने अब तक के कार्यकाल में आय से काफी अधिक संपत्ति जमा कर ली। पत्नी के नाम से कई जमीन खरीदी। बैंक में रुपये जमा किए। इनकी आय से अधिक संपत्ति 89 लाख 88 हजार रुपए पाई गई है। यह आय से ज्ञात एवं वैध स्रोत से 68.32 फीसद अधिक है।
अभी तक मिली खबर के अनुसार, इस टीम में कई पदाधिकारी और पुलिस कर्मी शामिल हैं। जिला मुख्यालय के न्यू एरिया योद्धा बीघा में उनका अपना मकान है। यहां मकान पर टीम सुबह पहुंची। छापेमारी चल रही है।
सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा के पटना सहित औरंगाबाद स्थित आवास के साथ सचिवालय स्थित उनके सरकारी कार्यालय की भी तलाशी ली जा रही है। पटना कार्यालय विकास भवन, रूपसपुर थाना क्षेत्र के वेदनगर में किराए के मकान में भी छापोमारी की जा रही है। तीन जगहों पर टीम ने छापेमारी की और जांच जारी है। उन पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। आर्थिक अपराध इकाई की टीम गहनता से अभी भी छापेमारी कर रही है। इस छापेमारी में 89 लाख 88 हजार आय से अधिक संपत्ति पाए जाने का खुलासा हुआ है। 2006 में खनिज विभाग पदाधिकारी के लोक सेवक के रूप में तैनाती हुई थी।