
नेपाल में सत्ता पलट का असर बिहार तक! STF और SSB ने संभाली सरहद की कमान। दरभंगा समेत बिहार के बॉर्डर थाने अलर्ट! नेपाल से जुड़ी हर हरकत पर नजर। नेपाल में तख्तापलट के बाद भारत-नेपाल बॉर्डर पर हाई अलर्ट! STF की तैनाती। नेपाल में जेल तोड़कर भागे कैदी! भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी, STF अलर्ट पर। वहीं, नेपाल में राजनीतिक संकट जारी है। युवाओं के विरोध प्रदर्शनों में 51 लोगों की मौत हो गई है। इनमें तीन पुलिस अधिकारी और एक भारतीय महिला शामिल है। यह आंकड़ा पूरे देश का है।@देशज टाइम्स।
नेपाल में तख्तापलट के बाद भारत-नेपाल बॉर्डर पर बढ़ी सुरक्षा, एसटीएफ की तैनाती
नेपाल में Gen Z प्रदर्शन और तख्तापलट के बाद भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अररिया जिले का नेपाल के साथ लगभग 110 किलोमीटर लंबा बॉर्डर है। यहां पहले से एसएसबी (SSB) और स्थानीय थाना पुलिस तैनात थी, लेकिन अब सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को भी प्रतिनियुक्त किया गया है।
बॉर्डर पर कड़ी निगरानी
बिहार में एसटीएफ, एसएसबी और जिला पुलिस मिलकर लगातार संयुक्त पेट्रोलिंग कर रही है। नेपाल से भारत आने वालों को पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य किया गया है। प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति का नाम, पता और संपर्क नंबर दर्ज किया जा रहा है। सभी सीमावर्ती आठ थानों की पुलिस अलर्ट मोड पर है।
अररिया के एसपी अंजनी कुमार सिंह ने बताया
जिला पुलिस कप्तान अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट जारी है।बॉर्डर पर सभी थानों की पुलिस और एसएसबी जवान गश्त कर रहे हैं। एसटीएफ की तैनाती से सुरक्षा और भी पुख्ता की गई है।
नेपाल से फरार कैदी पर निगरानी
नेपाल की जेल से भागे कैदियों को लेकर भारत और नेपाल प्रशासन में समन्वय बनाया गया है। नेपाल पुलिस से फरार अपराधियों की डिटेल और फोटो मांगे गए हैं। सूचना है कि इनमें से कुछ सीमावर्ती भारतीय आरोपी भी शामिल हो सकते हैं। ऐसे आरोपितों की दोबारा गिरफ्तारी के लिए थाना पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।
अब तक मारने वालों की तादाद बढ़ कर 51
आज मिली जानकारी के अनुसार, मौतें लगातार हो रही हैं। काठमांडू घाटी और अन्य जिलों से आंकड़ें आ रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के पहले दिन 21 लोग पुलिस की गोली से मारे गए। इनमें जेलों से फरार हुए नौ कैदी भी शामिल थे। मंत्रालय के मुताबिक विरोध प्रदर्शनों के दौरान 1,771 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं, जिनमें 284 लोगों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। अब तक मारने वालों की तादाद बढ़ कर 51 हो गई है, जिनमें तीन पुलिसकर्मी, 9 कैदी और एक अज्ञात भारतीय महिला शामिल हैं। इनमें से पांच मौतें एक बाल सुधार केंद्र में झड़पों के दौरान हुईं।