Aara News: जैसे समंदर में ज्वार-भाटा आता है, वैसे ही कभी-कभी शहर में प्रशासन का बुलडोजर चलता है, और फुटपाथ की दुकानों का अस्थाई आशियाना उजड़ जाता है। गुरुवार को कुछ ऐसा ही मंजर आरा शहर में देखने को मिला, जहाँ अतिक्रमण हटाने के बाद विस्थापित हुए फुटपाथी दुकानदारों का एक प्रतिनिधिमंडल शहर के एसडीओ कृष्ण कुमार उपाध्याय से मिला।
अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद विस्थापित दुकानदारों की गुहार
यह प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों और समस्याओं को लेकर एसडीओ से मिला। दुकानदारों ने बताया कि शहर में चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान के कारण उनकी रोजी-रोटी छिन गई है। वे वर्षों से इन ठेलों और गुमटियों के सहारे अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। प्रशासन द्वारा अचानक कार्रवाई किए जाने से वे बेघर हो गए हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस मामले में एसडीओ कृष्ण कुमार उपाध्याय ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं को सुना जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है, लेकिन किसी भी नागरिक को अनावश्यक परेशान नहीं किया जाएगा।
दुकानदारों की प्रमुख मांगें
प्रतिनिधिमंडल ने एसडीओ के समक्ष अपनी मुख्य मांगें रखीं। उनकी मांग है कि उन्हें वैकल्पिक जगह दी जाए ताकि वे अपना व्यवसाय पुनः शुरू कर सकें। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें तत्काल कहीं जगह नहीं मिली तो उनके सामने भुखमरी की नौबत आ जाएगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह सिर्फ दुकानदारों की ही नहीं, बल्कि उन सैकड़ों परिवारों की समस्या है जो इन दुकानदारों पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से निर्भर हैं।
प्रशासन का पक्ष और आगे की राह
एसडीओ ने दुकानदारों को समझाया कि अतिक्रमण हटाना शहर के सुगम यातायात और सौंदर्यीकरण के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रशासन वैकल्पिक व्यवस्था के लिए भी प्रयासरत है और जल्द ही कोई समाधान निकाला जाएगा। उन्होंने दुकानदारों से भी सहयोग की अपील की ताकि शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने में मदद मिल सके। यह भी तय हुआ कि इस मामले में आगे की बातचीत के लिए एक और बैठक जल्द ही आयोजित की जाएगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
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