Sonepur Mela Bihar | Kartik Purnima 2025 | Digital Fair | Eco-Friendly Development। सोनपुर मेला 2025: एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला अब होगा डिजिटल और ग्रीन, खर्च होंगे 24.28 करोड़ रुपए। सिर्फ भारत नहीं, अब दुनिया देखेगी सोनपुर मेला का नया रूप@–24 करोड़ – वर्चुअल सेवा से स्मार्ट पार्किंग, हाथी-घोड़े से मोबाइल ऐप तक– मेला होगा प्लास्टिक फ्री और हाइटेक! वर्चुअल दर्शन, कैशलेस भुगतान-जानिए एशिया का सबसे आधुनिक पशु मेला में क्या-क्या होगा नया।सोनपुर से@देशज टाइम्स।
5 नवंबर से शुरू होगा ऐतिहासिक मेला, पर्यटकों को मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
सोनपुर, देशज टाइम्स। हर साल शरद ऋतु में गंगा और गंडक नदी के संगम पर लगने वाला सोनपुर मेला इस बार पहले से कहीं ज्यादा खास होने जा रहा है। 5 नवंबर 2025 से शुरू होकर पूरे एक महीने चलने वाला यह एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला इस वर्ष 24.28 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक, डिजिटल और हरित स्वरूप में बदलने जा रहा है।
सोनपुर मेले का होगा सम्पूर्ण आधुनिकीकरण
स्वदेश दर्शन स्कीम 2.0 की CBDD (Comprehensive Development of Domestic Destinations) उप-योजना के तहत यह राशि स्वीकृत की गई है।
इस योजना के तहत मेला स्थल पर निम्नलिखित कार्य किए जाएंगे, इसमें नवीन प्रवेश द्वार का निर्माण, हाट परिसर का आधुनिकीकरण, सड़क चौड़ीकरण और घाट तक बेहतर संपर्क मार्ग, पार्किंग जोन और शटल सेवा की सुविधा।
हरित पहल: पर्यावरण को मिलेगा प्राथमिकता
सरकार का उद्देश्य इस ऐतिहासिक मेले को पर्यावरण-संवेदनशील स्थल के रूप में भी पहचान दिलाना है। हरित पहल के अंतर्गत होंगे ये कार्य प्लास्टिक मुक्त मेला क्षेत्र, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली, सौर ऊर्जा से जल और प्रकाश व्यवस्था, पर्यावरण जागरूकता अभियान।
डिजिटल सुविधाओं से लैस होगा मेला
पर्यटकों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए मेले में डिजिटल सेवाएं भी जोड़ी जा रही हैं, मेला मोबाइल ऐप, कैशलेस भुगतान व्यवस्था (UPI/QR आधारित), वर्चुअल दर्शन और लाइव अपडेट्स, स्मार्ट पार्किंग मैनेजमेंट सिस्टम।
पारंपरिक विरासत के साथ आधुनिकता का संगम
सदियों से हाथी, घोड़ा, बैल, गाय और अन्य पशुओं की खरीद-बिक्री के लिए प्रसिद्ध यह मेला अब पर्यटन, संस्कृति और व्यापार का केन्द्र बन रहा है।
स्थानीय रोजगार और आर्थिक विकास को मिलेगा बल
स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोज़गार, ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा, सरकार को प्राप्त होगा पर्यटन से राजस्व मिलेगा।
बिहार का सोनपुर मेला अब बनेगा ग्लोबल ब्रांड
सरकार की योजना है कि सोनपुर मेले को राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए। डिजिटल, पर्यावरणीय और सांस्कृतिक दृष्टि से यह मेला आने वाले वर्षों में बिहार की पहचान बन सकता है।