बिहार की राजधानी पटना में एक एटीएम को लूटने से बचा लिया गया। हालांकि अपराधियों ने एटीएम को गैस कटर से काटने में कामयाबी हासिल की थी, लेकिन जैसे ही उन्होंने कैश बॉक्स को छुआ, एटीएम में अलार्म बज उठा और कुछ दूर स्थित थाने की पुलिस तुरंत पहुंच गई। पुलिस को आते देख अपराधी वहां से भाग निकले।
हालांकि, अपराधी कैश बॉक्स को पूरी तरह से तोड़ने में असफल रहे। 22 लाख 46 हजार 500 रुपये चोरी होने से बच गये। इसी क्रम में कोतवाली थाने की पुलिस को रात के एक बजकर 31 मिनट पर निशा इंडस्ट्रियल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड जो बैंक के लिये ई-सर्विलांस का काम करती है की ओर से एटीएम में तोड़फोड़ होने की खबर मिली।
सीसीटीवी कैमरे के जरिये ही मुंबई स्थित कंपनी के दफ्तर में बैठे कंर्मियों ने ऑनलाइन चोरों को देख लिया। वहां से सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस समय रहते मौके पर पहुंची तो देखा कि एटीएम का शटर गिरा है। शटर उठाने पर अंदर एटीएम क्षतिग्रस्त मिला। अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।
एटीएम के अंदर से एक गैस कटर और खंती रखी हुई थी जिसे छोड़कर चोर भाग खड़े हुये। इस बाबत सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया मेन ब्रांच के मैनेजर सुदेश कुमार ने अज्ञात अपराधियों पर कोतवाली थाने में केस दर्ज करवाया है।
कैश लूटने की यह कोशिश कोतवाली थाने से सटे सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में हुई। चंद कदम की दूरी पर थाना होने की जानकारी होने पर अपराधियों ने यहां गैस कटर से धावा बोल दिया। अपराधियों ने गैस कटर से पूरे एटीएम को नष्ट कर दिया, लेकिन जैसे ही उन्होंने एटीएम में रखे 22 लाख के कैश को उठाने की कोशिश की, अलार्म बज गया।
अलार्म की आवाज कोतवाली थाने में तैनात जवानों के कानों में पड़ी। कोतवाली थाने के पुलिसकर्मी दौड़े एटीएम की ओर। पुलिसकर्मियों को आते देख अपराधी गैस कटर व अन्य उपकरण मौके पर छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने मौके पर मिले औजार को जब्त कर लिया है।
इस मामले के बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फरार अपराधियों की तलाश में जुटी है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि अपराधियों को इस बात का भी डर नहीं था कि पास में ही थाना है। अपराधियों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि सेंट्रल बैंक के इस एटीएम में एक मजबूत अलार्म सिस्टम लगाया गया है। चार-पांच साल पहले सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के इस एटीएम में लूट के दौरान एक गार्ड की मौत हो गई थी।
हालांकि, उस मामले में अपराधी को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। हत्या की उस घटना के बाद से ही एटीएम के रूप में गार्ड की तैनाती रात में नहीं होती है। इस कारण वहां अलार्म सिस्टम लगाया गया है।
मौके पर पहुंचे बैंक अधिकारियों ने बताया कि अलार्म सिस्टम और पुलिस की मुस्तैदी से एटीएम का पूरा पैसा बच गया, नहीं तो अपराधी पैसे ले लेते. फिलहाल पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. लेकिन इस घटना ने एक बार फिर पटना पुलिस को राजधानी के एटीएम को लेकर सतर्क कर दिया है। पटना, फुलवारीशरीफ और बिहटा में अपराधी एटीएम को अपने साथ ले गए, जिससे पटना पुलिस में हड़कंप मच गया। हालांकि बाद में औरंगाबाद से फुलवारी का एटीएम जब्त कर लिया गया।