Delhi Police Constable Exam Scam: अंधेरे में जलती एक छोटी सी चिंगारी अक्सर बड़े धमाके का कारण बनती है। भागलपुर में एक ‘फर्जी अपहरण’ की कहानी ने ऐसे ही एक बड़े खेल का पर्दाफाश किया है, जो देश भर में युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा था।
**Delhi Police Constable Exam Scam: भागलपुर में फर्जी अपहरण से खुलासे से करोड़ों की ठगी और CBT परीक्षा में सेंधमारी का बड़ा रैकेट बेनकाब**
**Delhi Police Constable Exam Scam: कैसे हुआ मामले का खुलासा?**
भागलपुर में दिल्ली पुलिस कॉस्टेबल परीक्षा से जुड़े एक अपहरण मामले ने जब नया मोड़ लिया, तो पुलिस भी हैरान रह गई। शुरुआती जांच में जिसे एक सामान्य अपहरण समझा जा रहा था, वह दरअसल एक सोची-समझी साजिश निकली। पुलिस ने अपनी गहन पड़ताल में पाया कि यह सिर्फ एक फर्जी अपहरण का मामला नहीं, बल्कि करोड़ों रुपये की ठगी और कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) परीक्षाओं में तकनीकी छेड़छाड़ करने वाले एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश है। इस सनसनीखेज मामले में अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके तार पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश तक फैले हुए हैं। यह खुलासा एक बार फिर ऑनलाइन परीक्षाओं में हो रही धांधली और युवाओं के साथ हो रही परीक्षा धोखाधड़ी को उजागर करता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
**अंतरराज्यीय गिरोह का विस्तृत नेटवर्क**
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि यह गिरोह न केवल दिल्ली पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, बल्कि कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं को भी निशाना बना रहा था। वे अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली में सेंध लगाते थे और उम्मीदवारों को पास कराने के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूलते थे। इस बड़े घोटाले में कई सफेदपोश लोग और तकनीकी जानकार शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस खेल को जड़ से खत्म किया जा सके। इस मामले की परतें खुलने से यह भी स्पष्ट होता है कि कैसे संगठित अपराधी शिक्षा प्रणाली में अपनी पैठ बना रहे हैं। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/national/। बिहार पुलिस की इस कार्रवाई से उन लाखों छात्रों को उम्मीद की किरण मिली है, जो ईमानदारी से तैयारी करते हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
**भविष्य की परीक्षाओं पर गंभीर सवाल**
इस तरह की परीक्षा धोखाधड़ी से प्रतियोगी परीक्षाओं की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। लाखों युवा दिन-रात मेहनत करके अपने सपनों को साकार करने की कोशिश करते हैं, लेकिन ऐसे गिरोह उनकी मेहनत पर पानी फेर देते हैं। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले में हर पहलू से जांच कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी धांधली न हो। यह मामला न केवल अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे डिजिटल युग में धोखाधड़ी के तरीके और भी जटिल होते जा रहे हैं। हमें यह याद रखना चाहिए कि न्याय की राह कभी रुकती नहीं है, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



