बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू से बड़ी खबर है। यहां पार्टी के भीतर बड़ी तीर चली है। पार्टी नेतृत्व ने सभी प्रकोष्ठ और इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। इसके साथ ही लोकसभा प्रभारी एवं विधानसभा प्रभारियों की भी छुट्टी कर दी गई है।
आखिरकार पार्टी ने यह फैसला ले ही लिया
प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा की तरफ से बनाई गई सभी प्रकोष्ठ और इसकी इकाइयों को तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया गया है। इतना ही नहीं पार्टी के सभी लोकसभा प्रभारी और विधानसभा प्रभारियों की भी छुट्टी कर दी गई है।
इस बात की संभावना पहले से जताई जा रही थी कि जेडीयू के सभी प्रकोष्ठों और लोकसभा विधानसभा प्रभारियों को पद मुक्त कर दिया जाएगा। अब आखिरकार पार्टी ने यह फैसला ले ही लिया है।
जानकारी के अनुसार, पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के ललन सिंह ने कमान संभालने के बाद सभी प्रकोष्ठ और प्रदेश इकाई की समीक्षा की थी। इस दौरान उन्होंने कई स्तर पर गड़बड़ी को उजागर किया था। इसके बाद यह माना जा रहा था कि प्रकोष्ठ और उसकी समस्त इकाइयों को निरस्त कर दिया जाएगा और अब पुरानी इकाइयों को भंग किए जाने के बाद नए सिरे से पार्टी में पुनर्गठन का दौर शुरू होगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के अनुशंसा पर प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पूर्व में गठित पार्टी के लोकसभा प्रभारी एवं विधानसभा प्रभारी के साथ सभी प्रकोष्ठ एवं इसकी समस्त इकाइयों को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है। जेडीयू के प्रदेश महासचिव मृत्युंजय कुमार सिंह की तरफ से यह पत्र जारी किया गया है।
जानकारी के अनुसार, जब से राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर ललन सिंह जिम्मेदारी संभाली है तब से ही प्रकोष्ठ एवं लोकसभा प्रभारी एवं विधानसभा प्रभारी को लेकर यह चर्चा थी, उनकी छुट्टी की जा सकती है या फिर प्रकोष्ठों की संख्या कम की जा सकती है. इसी बीच आज प्रदेश इकाई ने सभी प्रकोष्ठों को भंग कर दिया. इसके साथ ही लोकसभा प्रभारियों विधानसभा प्रभारियों की छुट्टी कर दी गई है।