
बिहार चुनाव 2025: 90,712 मतदान केंद्र तय –इस बार 12,817 नए बूथ, हर केंद्र पर लाइव वेबकास्टिंग। पिंक बूथ से लेकर दिव्यांग सुविधा तक – बिहार चुनाव 2025 में पहली बार इतने बड़े बदलाव। जानिए आपके जिले में कितने बूथ बने। दरभंगा में 3329 मतदान केंद्र, आपके जिले में कितने? बिहार में बूथों की नई गिनती: पटना टॉप पर, शिवहर सबसे नीचे – देखें पूरा आंकड़ा@चुनावी कांव-कांव , देशज टाइम्स पॉलिटिकल डेस्क।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: 38 जिलों में 90,712 मतदान केंद्र तय, देखें जिले वार सूची
निर्वाचन आयोग ने की तैयारी पूरी
@चुनावी कांव-कांव , देशज टाइम्स पॉलिटिकल डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly Election 2025) को लेकर निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। राज्यभर में मतदान केंद्रों (Polling Booths) का निर्धारण कर दिया गया है, जो चुनावी प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
आगामी चुनाव में 243 विधानसभा क्षेत्रों (Assembly Constituencies) के लिए कुल 90,712 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यह संख्या पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में 12,817 अधिक है।
मतदान केंद्रों में क्यों हुई बढ़ोतरी?
निर्वाचन आयोग के अनुसार, अब एक बूथ पर अधिकतम 1200 मतदाता ही रहेंगे, जबकि पहले यह सीमा 1500 मतदाता थी। यह बदलाव मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) के बाद किया गया। इसका उद्देश्य बूथों पर भीड़ कम करना, मतदान को सुरक्षित और पारदर्शी बनाना और मतदाताओं को बेहतर सुविधा देना है।
रीयल-टाइम निगरानी के लिए वेबकास्टिंग
सभी 90,712 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग होगी। इसके लिए IP आधारित कैमरे लगाए जाएंगे, जो इंटरनेट से सीधे जिला निर्वाचन कार्यालय और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO Bihar) कार्यालय से जुड़े रहेंगे।
इस तकनीक के जरिए चुनाव प्रक्रिया की रीयल-टाइम मॉनिटरिंग (Real-Time Monitoring) संभव होगी। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी, धांधली या शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की जा सकेगी।
विधानसभा क्षेत्रों के आधार पर जिलों का वर्गीकरण
पटना सहित 8 जिले ऐसे हैं, जिनमें 10 या उससे अधिक विधानसभा क्षेत्र हैं। 17 जिले ऐसे हैं, जिनमें 5 से 10 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 13 जिले ऐसे हैं, जिनमें 5 से कम विधानसभा क्षेत्र हैं। इस वर्गीकरण के आधार पर संसाधनों का बंटवारा और चुनावी कर्मचारियों की तैनाती की जा रही है ताकि हर बूथ पर पर्याप्त सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
बिहार में पहली बार तकनीक आधारित चुनाव
यह चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक होने वाला है। पहली बार सभी मतदान केंद्रों पर तकनीक आधारित निगरानी (Tech-Enabled Polling) होगी। इसके अलावा—
दिव्यांग मतदाताओं और बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधा। महिला मतदाताओं के लिए पिंक बूथ। सुलभ रैंप और पेयजल की व्यवस्था। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर मतदाता बिना किसी बाधा के वोट डाल सके।
सबसे ज्यादा और सबसे कम बूथ वाले जिले
निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार— पटना जिला (14 विधानसभा क्षेत्र) → 5665 मतदान केंद्र (राज्य में सर्वाधिक)। मुजफ्फरपुर → 4186, पूर्वी चंपारण → 4095, मधुबनी → 3882, गया → 3866, समस्तीपुर → 3623, दरभंगा → 3329। वहीं, सबसे कम मतदान केंद्र शिवहर जिले में होंगे, जहां केवल 368 बूथ बनाए गए हैं।
अन्य कम संख्या वाले जिलों में, शेखपुरा → 582, अरवल → 651, लखीसराय → 904, जहानाबाद → 1009 रहेगा।
दरभंगा का योगदान
दरभंगा जिला में 3329 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। प्रशासन का कहना है कि सभी बूथों पर सुरक्षा व्यवस्था, तकनीकी निगरानी और मतदाता सुविधा सुनिश्चित की जाएगी।
उन्नत, पारदर्शी और समावेशी चुनाव की पहल
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर आयोग की तैयारी स्पष्ट करती है कि यह चुनाव तकनीकी रूप से उन्नत, पारदर्शी और समावेशी होगा। बूथों की संख्या बढ़ाकर और हर मतदाता तक सुविधा पहुँचाकर आयोग लोकतंत्र को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठा रहा है।
अब बिहार की जनता को इंतजार है तो केवल चुनाव की तारीखों के औपचारिक ऐलान का, जिसके बाद पूरा राज्य लोकतंत्र के इस महापर्व में शामिल होने के लिए तैयार होगा।