Bihar Encroachment Drive: जलजमाव की मार झेल रहे बिहार में अब प्रशासनिक डंडा चला है, उन लोगों पर जिन्होंने सरकारी जमीन को अपनी जागीर समझ कब्जा कर लिया था। अब इन कब्जों पर चलेगा बुलडोजर, जो सालों से जड़ जमाए बैठे थे। पश्चिमी चंपारण के एक इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ अब प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है।
पश्चिमी चंपारण में तेज हुआ Bihar Encroachment Drive
जल संसाधन विभाग ने अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई तेज कर दी है। विभाग के अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि जिन लोगों को अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस दिए गए थे और उन्होंने अभी तक कार्रवाई नहीं की है, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे 500 से अधिक लोगों पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी चल रही है। यह अभियान न केवल सरकारी संपत्तियों को मुक्त कराएगा बल्कि भविष्य में होने वाले अवैध निर्माण पर भी रोक लगाएगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
अधिकारियों ने बताया कि अतिक्रमण से जल प्रवाह बाधित होता है, जिससे सिंचाई और जल संचयन योजनाओं पर बुरा असर पड़ता है। पश्चिमी चंपारण में लंबे समय से कई नहरों और सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा जमा हुआ था, जिसके कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अब इस समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जुटा हुआ है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
अतिक्रमणकारियों पर कानूनी शिकंजा
यह कार्रवाई सिर्फ अतिक्रमण हटाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें अतिक्रमणकारियों पर कानूनी शिकंजा भी कसा जाएगा। जिन लोगों ने बार-बार चेतावनी के बावजूद सरकारी भूमि पर अपना कब्जा बरकरार रखा है, उन्हें कानून के दायरे में लाया जाएगा। जल संसाधन विभाग ने स्पष्ट संदेश दिया है कि सरकारी संपत्ति पर किसी भी तरह का अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अभियान से उन लोगों में खौफ पैदा होगा जो सरकारी भूमि को अपनी निजी संपत्ति समझने की भूल करते हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ दोबारा न हों और सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा बनी रहे।

