पटना। इस साल गूगल सर्च में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने रिकॉर्ड बनाया है।
देश के राजनेताओं में गूगल पर सबसे अधिक सर्च किए जाने वाले दूसरे नेता नीतीश कुमार बने हैं, जबकि पहले स्थान पर पहलवान विनेश फोगाट रहीं। चिराग पासवान ने तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया है।
नीतीश कुमार की लोकप्रियता में वृद्धि
इस साल जदयू के दमदार प्रदर्शन और नीतीश कुमार की बढ़ती राजनीतिक पकड़ की वजह से उनकी लोकप्रियता नई ऊंचाइयों पर पहुंची।
- लोकसभा चुनाव में जदयू के 12 सांसदों की जीत ने उनकी राजनीतिक ताकत को और मजबूत किया।
- केंद्र सरकार में जदयू के समर्थन के बाद, नीतीश कुमार राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख नेता के रूप में उभरे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश कुमार की सर्च में बढ़ोतरी उनकी राजनीतिक सूझबूझ और बिहार में विकास योजनाओं के चलते हुई है।
चिराग पासवान ने भी जमाया प्रभाव
लोजपा (रामविलास) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी इस साल गूगल सर्च में तीसरा स्थान हासिल किया।
- बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट के नारे के साथ लोकसभा चुनाव में चिराग ने 100 प्रतिशत सफलता हासिल की।
- चिराग पासवान ने अपने प्रदर्शन से युवा और उभरते नेताओं में अपनी मजबूत पहचान बनाई।
विशेषज्ञों की राय
राजनीतिक विश्लेषक डॉ. संजय कुमार का कहना है:
“नीतीश कुमार और चिराग पासवान का गूगल सर्च में टॉप पर आना यह दर्शाता है कि दोनों नेताओं ने देश की राजनीति में खास जगह बनाई है। नीतीश कुमार जहां पहले से और मजबूत होकर उभरे हैं, वहीं चिराग पासवान का करिश्माई प्रदर्शन उन्हें बिहार की राजनीति में एक नई दिशा दे रहा है।”
गूगल सर्च ट्रेंड के मायने
- नीतीश कुमार का नाम राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ते उनके प्रभाव को दर्शाता है।
- चिराग पासवान का प्रदर्शन युवा नेतृत्व की ओर बढ़ते बिहार के राजनीतिक भविष्य की ओर संकेत करता है।
इस तरह, नीतीश कुमार और चिराग पासवान ने इस साल गूगल सर्च में अपनी मौजूदगी से देश की सियासी चर्चा का केंद्र बने रहे।