बिहार शीतलहर: हाड़ कंपा देने वाली ठंड ने इस बार बिहार में अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ने की ठान ली है, मानो प्रकृति ने खुद अपनी बर्फीली चादर से पूरे प्रदेश को ढँक लिया हो। पछुआ हवाओं और घने कोहरे की जुगलबंदी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, जिसने राज्य में बढ़ती शीतलहर को और भी खतरनाक बना दिया है।
बिहार शीतलहर का कहर: 38 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, अगले 5 दिन और भी भयंकर ठंड!
बिहार शीतलहर: मौसम विभाग की चेतावनी और बचाव के उपाय
बिहार शीतलहर: हाड़ कंपा देने वाली ठंड ने इस बार बिहार में अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ने की ठान ली है, मानो प्रकृति ने खुद अपनी बर्फीली चादर से पूरे प्रदेश को ढँक लिया हो। पछुआ हवाओं और घने कोहरे की जुगलबंदी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, जिसने राज्य में बढ़ती शीतलहर को और भी खतरनाक बना दिया है। मौसम विभाग ने शनिवार को प्रदेश के 38 जिलों के लिए ‘कोल्ड डे’ और घने कोहरे का ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है, जो आने वाले दिनों में और भी विषम परिस्थितियों का संकेत दे रहा है।
राजधानी पटना समेत बिहार के अधिकांश हिस्सों में बर्फीली पछुआ हवाएं दिन भर चलती रहीं, जिससे दिन के तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। दिन में भी लोगों को अलाव और हीटर का सहारा लेना पड़ा। विशेषज्ञों के अनुसार, बिहार का तापमान सामान्य से काफी नीचे चला गया है, जिसके कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। खासकर ग्रामीण इलाकों में ठंड का प्रकोप अधिक देखने को मिल रहा है, जहां गरीबों और बेघर लोगों के लिए यह जानलेवा साबित हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले पांच दिनों के लिए भी भीषण ठंड और घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। लोगों को सुबह और शाम के समय घर से निकलने से बचने की सलाह दी गई है, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों को। रात के समय घना कोहरा सड़कों पर दृश्यता को काफी कम कर रहा है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/ इस दौरान बिहार का तापमान गिरने के साथ ही सुबह के समय कई जगहों पर 5 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे दर्ज किया जा सकता है।
कोहरे और शीतलहर से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने शीतलहर से बचाव के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। गर्म कपड़े पहनें, शरीर को पूरी तरह ढंककर रखें और जितना हो सके गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें। सुबह की सैर से बचें और यदि बाहर निकलना आवश्यक हो तो पूरी तैयारी के साथ ही निकलें। यह समय सावधानी बरतने का है ताकि किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या से बचा जा सके। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। स्थानीय प्रशासन को भी अलाव की व्यवस्था करने और बेघर लोगों के लिए आश्रय स्थलों का इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह स्थिति राज्य के कृषि क्षेत्र को भी प्रभावित कर सकती है, खासकर रबी की फसलों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका है। सरकार और संबंधित विभाग इस गंभीर मौसमी चुनौती से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। लोगों से भी अपील की गई है कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनियों का पालन करें और सुरक्षित रहें।





