पटना | बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने और शिक्षकों का मनोबल बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) एस. सिद्धार्थ ने नई पहल की शुरुआत की है। इसके तहत राज्य के 12 शिक्षकों को ‘टीचर ऑफ द मंथ’ अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। इस पहल से शिक्षकों में उत्साह का माहौल है।
अवॉर्ड के लिए शिक्षकों का चयन
एस. सिद्धार्थ ने बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले 12 शिक्षकों का चयन किया और उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इन शिक्षकों को प्रखंड स्तरीय उत्कृष्ट शिक्षक का खिताब दिया गया है। अवार्ड पाने वाले शिक्षक राज्य के अलग-अलग जिलों से हैं और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए उन्हें चुना गया है।
सम्मानित शिक्षकों की सूची:
- सुधांशु कुमार – गोपालगंज
- अलका भारती – जमुई
- शाबाद कमर – किशनगंज
- विकास कुमार – मधेपुरा
- पवन कुमार – मुजफ्फरपुर
- ममता यादव – पटना
- प्रज्ञा प्रिया – पूर्वी चंपारण
- गौतम बिहारी – समस्तीपुर
- बीरबल पंडित – सिवान
- प्रियंका कुमारी – सीतामढ़ी
- मो. इंजामामुल हक – सीतामढ़ी
- रामानुराग – समस्तीपुर
नई पहल का उद्देश्य
इस पहल का उद्देश्य शिक्षकों को प्रोत्साहित करना और शिक्षा व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव लाना है।
- वीडियो कॉल से संवाद: एस. सिद्धार्थ शिक्षकों से नियमित रूप से वीडियो कॉल के माध्यम से जुड़ रहे हैं।
- लापरवाही पर कार्रवाई: जहां कमी पाई जाती है, वहां सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
- अच्छे कार्य का सम्मान: बेहतर प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को अवार्ड और प्रशस्ति पत्र देकर उनका हौसला बढ़ाया जा रहा है।
टीचर ऑफ द मंथ का महत्व
शिक्षकों को दिए जाने वाले इस पुरस्कार ने न केवल शिक्षा विभाग में सकारात्मक बदलाव लाया है, बल्कि अन्य शिक्षकों को भी अपने कार्यों में उत्कृष्टता लाने के लिए प्रेरित किया है।
निष्कर्ष:
एस. सिद्धार्थ की इस पहल से बिहार के शिक्षक अब अपने कार्यों को और बेहतर करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।