back to top
2 दिसम्बर, 2025

बिहार के सरकारी स्कूली बच्चों के लिए बड़ी खुशखबरी! अब करेंगे देश का दौरा, ताजमहल से लेकर लाल किले तक सब घूमेंगे

spot_img
spot_img
- Advertisement - Advertisement

पटना न्यूज़: अब तक जो सिर्फ किताबों के पन्नों में पढ़ा और तस्वीरों में देखा, उसे अपनी आंखों से देखने का वक्त आ गया है. बिहार सरकार एक ऐसी योजना ला रही है जो सरकारी स्कूल के बच्चों को क्लासरूम की चारदीवारी से निकालकर सीधे देश की ऐतिहासिक इमारतों और सांस्कृतिक धरोहरों तक ले जाएगी.

- Advertisement - Advertisement

बिहार का शिक्षा विभाग एक महत्वाकांक्षी पहल करने की तैयारी में है, जिसका नाम ‘मुख्यमंत्री भारत दर्शन योजना’ है. इस योजना का सीधा उद्देश्य छात्रों को किताबी ज्ञान के परे ले जाकर उन्हें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक विरासत से सीधे तौर पर जोड़ना है. सरकार का मानना है कि इस तरह के अनुभव से बच्चों की सीखने की प्रक्रिया और भी ज़्यादा प्रभावी और यादगार बनेगी.

- Advertisement - Advertisement

क्या है ‘मुख्यमंत्री भारत दर्शन योजना’?

यह योजना विशेष रूप से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए तैयार की जा रही है. इसके तहत, चयनित छात्रों को देश के अलग-अलग महत्वपूर्ण स्थानों पर शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाया जाएगा. इस दौरान वे उन जगहों को अपनी आंखों से देख और समझ सकेंगे, जिनके बारे में वे अब तक केवल अपनी इतिहास, भूगोल या नागरिक शास्त्र की किताबों में पढ़ते आए हैं.

- Advertisement -
यह भी पढ़ें:  बिहार विधानसभा में शपथ नहीं पढ़ पाईं माननीय विधायक, बगल में बैठीं MLA ने कान में बताए शब्द

इस पहल का मकसद सिर्फ घूमना नहीं, बल्कि छात्रों के समग्र विकास को एक नई दिशा देना है. जब छात्र अपनी क्लास और привычной माहौल से बाहर निकलकर नई जगहों को देखते हैं, तो उनका दृष्टिकोण व्यापक होता है. इस योजना के मुख्य लाभों में शामिल हैं:

  • व्यावहारिक ज्ञान: किताबों में पढ़ी गई बातों को असल में देखने से छात्रों की समझ गहरी होती है.
  • सांस्कृतिक जुड़ाव: देश की विविधता और समृद्ध विरासत को करीब से जानने का अवसर मिलता है.
  • आत्मविश्वास में वृद्धि: नई जगहों पर जाना और नए लोगों से मिलना छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाता है.
  • नई प्रेरणा: ऐतिहासिक स्थल और महान लोगों की कहानियां छात्रों को भविष्य के लिए प्रेरित कर सकती हैं.
यह भी पढ़ें:  बिहार विधानसभा में शपथ नहीं पढ़ पाईं JDU विधायक, बगल में बैठीं MLA ने पूरा कराया — JDU MLA vibha Devi

किताबी ज्ञान से आगे, व्यावहारिक अनुभव पर जोर

शिक्षा विभाग इस योजना को लेकर पूरी तरह गंभीर है. इसका खाका तैयार किया जा रहा है ताकि इसे जल्द से जल्द ज़मीन पर उतारा जा सके. यह पहल उस पारंपरिक शिक्षण पद्धति से एक कदम आगे है, जहां सीखना केवल क्लासरूम तक ही सीमित रहता है. ताजमहल की नक्काशी को छूकर महसूस करना या लाल किले के इतिहास को उसी की दीवारों के बीच सुनना, किसी भी किताब से मिले ज्ञान से कहीं ज़्यादा प्रभावशाली हो सकता है.

फिलहाल, योजना की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा रहा है. आने वाले समय में विभाग द्वारा यह स्पष्ट किया जाएगा कि छात्रों का चयन किस आधार पर होगा, यात्रा का маршрут क्या होगा और यह योजना कब से शुरू की जाएगी. लेकिन यह तय है कि यह कदम बिहार की सरकारी शिक्षा व्यवस्था में एक नया और सकारात्मक अध्याय जोड़ेगा.

- Advertisement -

जरूर पढ़ें

दीवार घड़ी से चमकेगा भाग्य? जानें वास्तु के अनुसार सही दिशा

नई दिल्ली: क्या आपके घर की दीवार घड़ी सिर्फ समय बताने का काम करती...

साल के अंत में शुक्रादित्य योग का महासंयोग: इन राशियों की चमकेगी किस्मत, जानें कब और कैसे मिलेगा लाभ

नई दिल्ली: साल 2025 का अंतिम महीना कई राशियों के लिए विशेष रूप से...

iPhone Air पर बंपर छूट: सबसे पतला आईफोन अब हुआ बेहद किफायती, जानें पूरी डील

नई दिल्ली: क्या आप आईफोन खरीदने की सोच रहे हैं? अगर हाँ, तो आपके...

बिहार विधानसभा सत्र 2025: दूसरे दिन अध्यक्ष का चुनाव संपन्न, सदन को मिला नया मुखिया

बिहार विधानसभा सत्र 2025: पटना। बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र 2025 जारी है और...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें